महाविकास आघाड़ी पूरी तरह से मजबूत है और इसमें कोई मतभेद नहीं है। प्रदेश भर में महाविकास आघाड़ी की वज्रमुठ सभाएं हो रही हैं। छत्रपति संभाजीनगर की सफल सभा के बाद अब 16 अप्रैल को नागपुर में होने वाली वज्रमुठ सभा की तैयारी जोर – शोर से चल रही है रही है। जिसके बाद ये सभाएं मुंबई और अन्य जगहों पर आयोजित की जाएगी। महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा है कि महाविकास आघाडी के बढ़ते प्रभाव से सत्ताधारी दल डरा हुआ है और इसलिए विपक्ष के गठबंधन में मतभेदों को लेकर दुष्प्रचार कर रहा है।
इस संबंध में आगे बोलते हुए, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार और शिवसेना प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बीच हुई बैठक का कोई अलग से अर्थ निकालने की कोई आवश्यकता नहीं है। मविआ नेता सामान्य तरीके से आपस में मिलते हैं और इसके तहत ही आघाडी के दोनों नेताओं के बीच मुलाकात हुई है। अगर कोई इस मुलाक़ात के बाद आघाडी में बिगाड़ी का अर्थ निकालते हैं तो यह पूरी तरह से गलत है। महाविकास आघाड़ी में समरसता है। आज भी हम सभी पार्टियों के नेताओं से आपस में चर्चा करते हैं। सत्ताधारी दल महाविकास आघाड़ी की मजबूती को देख कर दहशत में है। इसलिए बीजेपी 16 अप्रैल को माविआ की नागपुर में होने वाली सभा को रोकने के लिए अपने एक विधायक को आगे कर इस तरह का प्रयास कर रही है, लेकिन कोई कितनी भी रुकावटें लाए, महाविकास आघाड़ी की नागपुर में वज्रमुठ सभा होकर रहेगी। इसके बाद अमरावती, पुणे, कोल्हापुर, नासिक और मुंबई में सभाएं होंगी।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय महासचिव के. सी. वेणुगोपाल की मुंबई यात्रा के संबंध में एक पत्रकार द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में नाना पटोले ने कहा कि हमें अभी तक उनकी यात्रा का कोई आधिकारिक कार्यक्रम नहीं मिला है कि लेकिन वे मुंबई आने के बाद अगर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से मिलते हैं तो इसमें किसी को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए।