पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की जनसभा आयोजित करने के दो दिन बाद सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) रविवार को उसी क्षेत्र में एक रैली करेगी। पार्टी के सूत्रों ने यह जानकारी दी।
बीरभूम में शुक्रवार को आयोजित जनसभा में शाह ने भाजपा के लिए अगले साल के चुनाव में पश्चिम बंगाल की 42 लोकसभा सीटों में से 35 पर जीत हासिल करने का लक्ष्य रखा था और दावा किया था कि अगर राज्य में उनकी पार्टी लक्ष्य पूरा कर लेती है तो ममता बनर्जी की सरकार 2025 से आगे नहीं बचेगी।
तृणमूल के एक वरिष्ठ नेता ने शनिवार को कहा, “टीएमसी के वरिष्ठ नेता फिरहाद हकीम और पार्थ भौमिक रविवार को बीरभूम के सूरी इलाके में एक जवाबी रैली को संबोधित करेंगे। अमित शाह ने जो कहा उसका वे एक-एक करके खंडन करेंगे। हम शाह द्वारा फैलाए गए झूठ और अफवाह का पर्दाफाश करेंगे।”
तृणमूल कांग्रेस ने शुक्रवार को शाह की उस टिप्पणी को “आलोकतांत्रिक” करार दिया जिसमें उन्होंने कहा था कि “अगर भाजपा अगले लोकसभा चुनाव में 35 सीटें जीतती है तो बनर्जी की सरकार 2025 से आगे नहीं चल पाएगी।”
तृणमूल प्रवक्ता कुणाल घोष ने संवाददाताओं से कहा था, “सबसे हैरानी की बात यह है कि देश के गृह मंत्री राज्य की लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई सरकार को गिराने की बात कर रहे हैं। उनकी टिप्पणियों से साबित होता है कि भाजपा के पास लोकतंत्र या संविधान के लिए कोई सम्मान नहीं है।”
अपने भाषण के दौरान शाह ने “दीदी और भतीजा (दीदी से उनका संकेत ममता बनर्जी और भतीजे से अभिषेक बनर्जी की ओर था)” शब्दों का बार-बार उपयोग करके वंशवाद की राजनीति पर हमला किया था।
बनर्जी के भतीजे अभिषेक तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव और दो बार से सांसद हैं।