पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बृहस्पतिवार को नेशनल असेंबली में विश्वासमत हासिल किया। सरकार और शीर्ष न्यायपालिका में बढ़ते टकराव के बीच चकित करने वाले एक घटनाक्रम के तहत 180 सांसदों ने शरीफ के नेतृत्व के प्रति पूर्ण भरोसा जताया।
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के प्रमुख और विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने प्रस्ताव किया कि नेशनल असेंबली प्रधानमंत्री शरीफ के नेतृत्व के प्रति अपना पूरा विश्वास जताती है।
प्रस्ताव को 342 सदस्यीय नेशनल असेंबली में 180 सांसदों का समर्थन मिला। पिछले साल अप्रैल में जब शरीफ प्रधानमंत्री चुने गए थे, तब उन्हें 174 सांसदों का समर्थन हासिल था।
प्रधानमंत्री शरीफ ने बाद में सदन को संबोधित किया और उन पर विश्वास जताने के लिए सांसदों को धन्यवाद दिया।
हालांकि, इसके पहले सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब ने सोमवार को उन खबरों को खारिज कर दिया था कि शीर्ष न्यायपालिका के साथ विवाद के बीच प्रधानमंत्री शरीफ संसद में विश्वास मत हासिल करेंगे।
पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा में चुनाव कराने के लिए पाकिस्तान के निर्वाचन आयोग (ईसीपी) को धन मुहैया कराने की खातिर सरकार द्वारा पेश किए गए धन विधेयक को नेशनल असेंबली द्वारा खारिज किए जाने के बाद शरीफ के नये सिरे से विश्वास मत हासिल करने की अटकलें लगाई जा रही थीं।