जर्मनी की मैगजीन ‘डेर स्पीगल’ ने भारत की बढ़ती आबादी पर एक कार्टून छापा है, जिस पर भारत में गहरी नाराजगी जताई गई है। लोगों का कहना है कि यह कार्टून नस्लवादी है। क्या है कार्टून में? डेर स्पीगल कार्टून में यात्रियों से लदी भारतीय ट्रेन को दिखाया गया है, जिसमें लोग छत पर भी बैठे हैं। यह भारतीय ट्रेन समांतर रेल लाइन पर जाती आधुनिक चीन की ट्रेन से आगे निकल रही है। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के बाद कहा गया कि भारत मध्य वर्ष तक दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देश के रूप में चीन से आगे निकल जाएगा, पत्रिका ने इस विषय पर एक कार्टून प्रकाशित किया लेकिन रचनात्मक स्वतंत्रता की आड़ में अपने आकस्मिक नस्लवाद को छिपा नहीं सका।
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नाराजगी क्यों?
कार्टून के जरिए चीन की तकनीकी प्रगति को दिखाया गया है, जबकि भारत को चरमराते इंफ्रास्टक्चर के साथ पेश किया गया है। केंद्र में इलेक्ट्रॉनिक्स और IT राज्यमंत्री मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि भारत का मजाक उड़ाने की आपकी कोशिश के बावजूद पीएम मोदी के नेतृत्व वाले भारत के खिलाफ दांव लगाना समझदारी नहीं है। कुछ वर्षों में भारत की अर्थव्यवस्था जर्मनी से बड़ी हो जाएगी।