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Wrestlers Protest पर बोले Vidyut Jammwal, कहा- वे हमारे एथलीट हैं और परेशान हैं, उनकी मदद करनी चाहिए

अभिनेता विद्युत जामवाल, जो अपनी आगामी फिल्म IB71 की रिलीज के लिए तैयार हैं, ने दिल्ली में चल रहे पहलवानों के विरोध के बारे में बात की। शुक्रवार को मीडिया से बातचीत के दौरान अभिनेता ने कहा कि भले ही लोग पहलवानों की चिंताओं को सुन रहे थे, लेकिन कोई भी इस बारे में कुछ नहीं कर रहा था। साक्षी मलिक और विनेश फोगट सहित भारत के कुछ शीर्ष पहलवान, रेसलिंग फेडरेशन इंडिया के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह द्वारा कथित यौन उत्पीड़न के सार्वजनिक विरोध पर हैं। हाल ही में राष्ट्रीय राजधानी के जंतर-मंतर पर प्रदर्शनकारी पहलवानों और दिल्ली पुलिस के बीच हाथापाई हुई थी। इसके बाद गौहर खान और स्वरा भास्कर सहित कई सेलेब्स ने पहलवानों के समर्थन में ट्वीट किया और उनके लिए न्याय की मांग की। अब इस मुद्दे पर विद्युत ने भी तूल पकड़ा है।

विद्युत ने मीडिया से बातचीत में हिंदी में कहा, “यह एक महत्वपूर्ण सवाल है। वे हमारे एथलीट हैं और परेशान हैं, लेकिन पहले वे देश के नागरिक हैं। उन्हें आवश्यक मदद दी जानी चाहिए। मुझे लगता है कि अधिकारी उनकी बात सुन रहे हैं, लेकिन आगे क्या? वे अपनी चिंताओं के बारे में क्या कर रहे हैं? मैं एक एथलीट हूं और मुझे लगता है कि अगर वे उनकी बात सुनेंगे तो चीजें बदल जाएंगी। वे वही करेंगे जो सही है।”

खबरों के मुताबिक, बुधवार को कुछ पहलवानों और पुलिसकर्मियों के बीच बहस हिंसक हो गई, जिसमें दो पहलवानों को चोटें आईं। विनेश फोगट ने दिल्ली पुलिस के एक कर्मी पर उनके खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने का भी आरोप लगाया। हाल ही में ट्विटर पर प्रदर्शन स्थल से विनेश और उनके साथी पहलवानों का एक वीडियो साझा करते हुए अभिनेता गौहर खान ने लोगों से ‘उनकी दुर्दशा सुनने’ का आग्रह किया था।

इसके अलावा 8 मई को पहलवानों का समर्थन करने दिल्ली पहुंचे किसानों ने जंतर-मंतर पर जमकर हंगामा किया। किसानों ने दिल्ली पुलिस के बैरिकेड्स तोड़ दिए और प्रदर्शन को उग्र कर दिया। दिल्ली के जंतर मंतर पर पहलवान शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं। 

> पहलवान यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर डब्ल्यूएफआई प्रमुख और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। किसानों को उग्र होता देख कर पहलवानों ने किसानों से शांति बनाये रखने के लिए कहा हैं। 

 आपको बता दे कि  दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहलवानों के समर्थन में खटकड़ टोल प्लाजा समिति एवं खेड़ा खाप और किसान संगठनों से जुड़े लोग राष्ट्रीय राजधानी रवाना हुए थे। किसानों और खाप सदस्यों ने भारतीय कुश्ती संघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह को पद से बर्खास्त करने की मांग की।
साथ ही यहां के एक गुरुद्वारे में ठहरा पंजाब की महिलाओं का जत्था भी बसों से दिल्ली के लिए रवाना हुआ। सरकार द्वारा पहलवानों के धरने की अनदेखी किए जाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।


दिल्ली रवाना होने से पूर्व खेड़ा खाप के प्रधान सतबीर पहलवान ने कहा कि पहलवान देश की शान हैं, जिन्होंने खेलों के माध्यम से देश की पहचान विश्व में बनाई है और वही पहलवान आज धरने पर बैठे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार प्रदर्शनकारी खिलाड़िय़ों की बात सुनने की बजाय बृजभूषण को बचा रही है और उन्हें अब तक पद से नहीं हटाया गया है।
सतबीर ने कहा कि जब तक खिलाड़िय़ों को इंसाफ नहीं मिल जाता, तब तक किसान व खापें उनके साथ डटी रहेंगी।


बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक सहित कई शीर्ष पहलवान 23 अप्रैल से दिल्ली के जंतर-मंतर पर भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं और एक नाबालिग सहित सात पहलवानों के कथित यौन उत्पीड़न के आरोप में उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
दिल्ली पुलिस ने 28 अप्रैल को एक नाबालिग सहित सात महिला पहलवानों द्वारा दर्ज कराई गई शिकायतों के आधार पर सिंह के खिलाफ दो प्राथमिकियां दर्ज की थीं।

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