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इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने हाल ही में नया रिवेन्यू मॉडल लागू किया है जिसकी बदौलत आने वाले वर्षों में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड और अमीर हो जाएगा। आईसीसी के रेवेन्यू मॉडल के डिस्ट्रीब्यूशन से बीसीसीआई को ऐसी ताकत मिलेगी जिससे विश्व क्रिकेट में बीसीसीआई की धाक अधिक मजबूत होगी।
इस रेवेन्यू मॉडल से बीसीसीआई आने वाले वर्षों में पॉवरहाउस बनेगा। नए रेवेन्यू सिस्टम की मदद से आईसीसी की कमाई का 40 प्रतिशत लाभ बीसीसीआई को भी मिलेगा। हालांकि अब तक इस रेवेन्यू सिस्टम को मंजूरी नहीं मिली है। अब तक इसका प्रस्ताव ही सामने आया है। जैसे ही इसे मंजूरी मिल जाएगी तो इसका लाभ भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड को भी होगा। रिपोर्ट्स के अनुमानित आंकड़ों के मुताबिक बीसीसीआई हर वर्ष 230 मिलियन यूएस डॉलर (1900 करोड़ रुपये) की कमाई कर सकता है। वहीं आईसीसी को हर वर्ष 5000 करोड़ रुपये की कमाई होगी, जिसका लगभग 40 प्रतिशत हिस्सा बीसीसीआई को मिल सकता है।
बता दें कि बीसीसीआई के बाद अगर इस मॉडल से किसी बोर्ड को लाभ होगा तो वो इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड होगा। आईसीसी की कमाई का 6.89 फ़ीसदी लाभ ईसीबी को मिलेगा। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट बोर्ड को 6.25 फीसदी लाभ मिलेगा। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को महज 5.75 फ़ीसदी का लाभ मिलेगा, जो लगभग 283 करोड़ है। ऐसे में साफ है कि बीसीसीआई को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की अपेक्षा नौ गुणा अधिक कमाई करने का मौका मिलेगा।
बता दें कि ये रेवेन्यू मॉडल अभी प्रस्तावित है। आईसीसी के दिग्गजों की एक टीम ने इस रेवेन्यू मॉडल को तैयार किया था। इस मॉडल पर वित्त और वाणिज्यिक मामलों की समिति ने तैयार किया था। इस समिति द्वारा मॉडल को फाइनल किए जाने के बाद इस मॉडल पर आईसीसी बोर्ड ने बैठक में चर्चा की थी।