दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के नेताओं ने सीमा नियंत्रण और कानून प्रवर्तन को सख्त बनाने एवं आपराधिक ‘सिंडिकेट’ से मुकाबना करने के लिए सार्वजनिक शिक्षा में सुधार करने पर सहमति जताई है। ऐसे आपराधिक ‘सिंडिकेट’ श्रमिकों की अन्य देशों में तस्करी करते हैं, जहां उन्हें ऑनलाइन धोखाधड़ी में भाग लेने के लिए विवश किया जाता है।
यह जानकारी क्षेत्रीय शिखर सम्मेलन के अंत में बृहस्पतिवार को जारी होने मसौदा बयान से सामने आई है।
दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के संगठन के नेता इंडोनेशियाई शहर लाबुआन बाजो में बैठक कर रहे हैं।
बैठक में, वे दक्षिण-पूर्व एशिया में और वैश्विक स्तर पर अपराधियों द्वारा मानव तस्करी को सुविधाजनक बनाने के लिए प्रौद्योगिकी के बढ़ते दुरुपयोग, सोशल मीडिया के उपयोग और दुरुपयोग को लेकर भी चर्चा करेंगे।
मसौदे मे कहा गया है कि साइबर अपराध गिरोहों द्वारा सोशल मीडिया और अन्य मंचों के उपयोग ने तस्करी पर नियंत्रण को जटिल बना दिया है, वहीं ऐसे मामलों की संख्या और पैमाने को कई गुना बढ़ा दिया है।
इसमें कहा गया है कि साइबर अपराध इस क्षेत्र में एक प्रमुख मुद्दा बन गया है जिसमें लोगों को म्यांमा और कंबोडिया जैसे देशों में नौकरी का लालच दिया जाता है। बाद में उन्हें पता लगता है कि वे फंस गए हैं और उन्हें इंटरनेट पर लोगों को लक्षित करने वाले अपराधों में भाग लेने के लिए मजबूर होना पड़ता है।
दस देशों के क्षेत्रीय संगठन आसियान का सम्मेलन मंगलवार को शुरू हुआ और यह तीन दिन चलेगा।