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फिर आतंकियों के साथ खड़ा हुआ चीन, मसूद अजहर के लिए भाई केलिए UN में भारत के प्रस्ताव का किया विरोध

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संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी अब्दुल रऊफ अजहर को काली सूची में डालने के भारत के प्रस्ताव पर चीन ने आपत्ति जताई है। जैश सरगना मसूद अजहर का भाई अब्दुल रऊफ का जन्म 1974 में पाकिस्तान में हुआ था। भारत में कई आतंकी हमलों की योजना बनाने और उन्हें अंजाम देने में शामिल रहा है, जिसमें 1999 में इंडियन एयरलाइंस के विमान IC814 का अपहरण, 2001 में संसद पर हमला, 2016 में पठानकोट में आईएएफ बेस को निशाना बनाना शामिल है। 

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संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267 ISIL और अल कायदा प्रतिबंध सूची में JeM के अब्दुल रऊफ को जोड़ने के भारत के प्रस्ताव पर चीन ने आपत्ति जताई थी। रउफ अजहर पर अमेरिका ने दिसंबर 2010 में प्रतिबंध लगाया था। पिछले साल अगस्त में, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के एक स्थायी, वीटो-धारक सदस्य चीन ने रऊफ अजहर को वैश्विक आतंकवादी के रूप में नामित करने और उसकी संपत्ति जब्त करने, यात्रा प्रतिबंध और उसके अधीन करने के भारत और अमेरिका के प्रस्ताव पर रोक लगा दी थी। 

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इस्लामाबाद के सदाबहार दोस्त बीजिंग ने पिछले साल पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों हाफिज तलह सईद, लश्कर-ए-तैयबा के नेता शाहिद महमूद और लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी साजिद मीर को अलकायदा प्रतिबंध शासन के तहत ब्लैकलिस्ट करने के प्रस्तावों पर रोक लगा दी थी। पिछले साल जून में, चीन ने 1267 प्रतिबंध समिति के तहत पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह लश्कर-ए-तैयबा के उप प्रमुख अब्दुल रहमान मक्की को नामित करने के भारत और अमेरिका के संयुक्त प्रस्ताव पर रोक लगा दी थी।

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