मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को मंत्रिमंडल के सहयोगियों के साथ फ़िल्म द केरल स्टोरी देखी। फिल्म देखने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि यह फिल्म लव जिहाद जैसे षड्यंत्र के प्रति पूरे देश का ध्यान आकर्षित करती है। एक बयान में इसकी जानकारी दी गयी है।
शुक्रवार को यहां जारी एक बयान के अनुसार मंत्रिमंडल के सदस्यों के साथ फिल्म द केरल स्टोरी देखने के बाद योगी ने कहा कि यह फिल्म लव जिहाद जैसे षड्यंत्र के प्रति पूरे देश का ध्यान आकर्षित करती है और पूरे समाज को इस विकृति के बारे में जागरूक होना होगा।
बयान के मुताबिक लोकभवन ऑडिटोरियम में फ़िल्म की विशेष स्क्रीनिंग की गई थी, फिल्म के दौरान मुख्यमंत्री पूरे समय मौजूद रहे।
इसमें कहा गया है कि मुख्यमंत्री एवं मंत्रीगणों के साथ-साथ बड़ी संख्या में भाजपा के पदाधिकारी, विभिन्न सामाजिक, सांस्कृतिक संगठनों से जुड़ी महिलायें, स्कूली छात्र-छात्राओं और मीडिया प्रतिनिधियों की उपस्थिति रही।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर फिल्म से जुड़े सभी लोगों का अभिनंदन करते हुए उन्हें शुभकामनाएं दी।
बयान में मुख्यमंत्री ने लव जिहाद को मानवता के खिलाफ अघोषित आतंकवाद का एजेंडा कहा है।
उन्होंने फिल्म के विषय और प्रस्तुतिकरण की सराहना करते हुए फ़िल्म के निर्माता, निर्देशक सहित पूरी टीम के प्रयासों को साहसिक बताते हुए सराहना की है।
उन्होंने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार हर उस विकृति के खिलाफ कत्तई बर्दाश्त नहीं की नीति पर चलती है जो सामाजिक एकता में बाधा हो, राष्ट्रीय एकता को चुनौती देती हो तथा मानवता के लिए खतरा उत्पन्न करती हो।
योगी ने कहा, ‘‘इसीलिए हमारी सरकार ने लव जिहाद जैसी विकृति के खिलाफ 27 नवम्बर 2020 को ही उत्तर प्रदेश विरुद्ध धर्म सम्परिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम को पहले अध्यादेश और फिर विधिवत कानून बनाकर इसे प्रदेश में प्रभावी ढंग से लागू किया है।
बयान में आधिकारिक रिकॉर्ड के हवाले से कहा गया है कि नवम्बर 2020 में उत्तर प्रदेश विरुद्ध धर्म सम्परिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम लागू होने के बाद से अब तक इस कानून के तहत कुल 433 अभियोग पंजीकृत हो चुके हैं।
इसमें कहा गया है कि इनमें नामजद कुल 1229 अभियुक्त तथा विवेचना के दौरान प्रकाश में आए कुल 242 अभियुक्तों को मिलाकर 1471 आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही की गयी है, जिसमें 855 गिरफ्तारियां हुईं हैं।
अद्यतन स्थिति के मुताबिक 339 में आरोप पत्र न्यायालय में प्रेषित किए जा चुके हैं तथा 184 पीड़िताओं द्वारा 164 दंड प्रक्रिया संहिता के अन्तर्गत मा. न्यायालय के समक्ष अपने अभिकथन की पुष्टि की गई है।
इनमें 66 अभियोग नाबालिगों से संबंधित है।
फ़िल्म की विशेष स्क्रीनिंग के मौके पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य,भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी समेत अन्य मंत्री मौजूद रहे। स्कूल जाने वाले छात्रों और मीडियाकर्मियों ने भी फिल्म देखी। फिल्म देखने वाली एक छात्रा प्रतिभा ने कहा, यह एक अद्भुत अनुभव था और हमें किसी पर आंख मूंदकर विश्वास नहीं करना चाहिए।
उप्र के परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने फिल्म देखने के बाद कहा, यह सच्ची घटना पर आधारित है और इसमें दिखाया गया है कि कैसे नाबालिग लड़कियों को प्रेमजाल में फंसाया जाता है और फिर उनका ब्रेन वॉश कर गलत चीजों में धकेल दिया जाता है।