जर्मनी के राष्ट्रपति फ्रैंक वाल्टर स्टीनमेयर ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की का बर्लिन पहुंचने पर स्वागत किया।
जेलेंस्की यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद पहली बार जर्मनी की यात्रा पर आए हैं।
इस यात्रा के दौरान जेलेंस्की रूसी आक्रमण से अपने देश की रक्षा में मदद करने और हथियार भेजने तथा एक साल से अधिक वक्त से चल रहे विनाशकारी युद्ध से तबाह हुए ढांचों को फिर से बनाने को लेकर जर्मनी के नेताओं से बातचीत करेंगे।
जेलेंस्की लुफ्तवाफे विमान से इटली की राजधानी रोम से जर्मनी की राजधानी बर्लिन पहुंचे। रोम में जेलेंस्की ने पोप फ्रांसिस और इटली के प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी से मुलाकात की थी।
जेलेंस्की के बर्लिन पहुंचने की पूर्व संध्या पर जर्मनी की सरकार ने यूक्रेन के लिए तीन अरब डॉलर से अधिक की सैन्य सहायता देने की घोषणा की, जिसमें टैंक, विमान-रोधी प्रणालियां और गोला-बारुद शामिल हैं।
जेलेंस्की ने अपनी यात्रा की प्राथमिकताओं का जिक्र करते हुए रविवार को ट्वीट किया, ‘‘बर्लिन में हूं। हथियार। शक्तिशाली पैकेज। हवाई रक्षा। पुनर्निर्माण। यूरोपीय संघ। नाटो। सुरक्षा।’’
जर्मनी ने शुरुआत में यूक्रेन को घातक हथियार उपलब्ध कराने में आनाकानी की थी, लेकिन अब वह यूक्रेन को हथियारों की सबसे ज्यादा आपूर्ति करने वाले देशों में से एक है।
जेलेंस्की के सबसे पहले राष्ट्रपति स्टीनमेयर से मुलाकात करने की संभावना है, जिनकी कीव ने रूस से करीबी संबंधों को लेकर पहले आलोचना की थी और इस वजह से यूक्रेन और जर्मनी के कूटनीतिक रिश्तों में खटास आ गयी थी।
इसके बाद स्टीनमेयर तथा चांसलर ओलाफ शोल्ज ने यूक्रेन की यात्रा कर जेलेंस्की को रूसी आक्रमण के खिलाफ उनके देश की लड़ाई के लिए पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया था।
जर्मनी के रक्षा मंत्री बोरिस पिस्तोरियस ने हथियारों की आपूर्ति के नए पैकेज की घोषणा करते हुए कहा कि ‘‘जब तक संभव होगा’’, जर्मनी, यूक्रेन की मदद करेगा।
चांसलर ओलाफ शोल्ज और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात के बाद जेलेंस्की के जर्मनी के पश्चिमी शहर आचेन जाने की संभावना है, जहां उन्हें अंतरराष्ट्रीय शारलेमेन पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।