भारत में संयुक्त राज्य अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी ने कहा कि हम तकनीक को लोगों के जीवन में सकारात्मक चीज के रूप में देख रहे हैं। भारत में भुगतान की तकनीक देखें कि कैसे उसने भारत के लोगों में एक सकारात्मक किरदार अदा किया है। भारत को देखें और जिस तरह से इलेक्ट्रॉनिक भुगतान ने लोगों को नीचे से ऊपर तक सशक्त बनाया है। हम इसे ऊपर से नीचे तक इस्तेमाल की जा रही तकनीक के रूप में नहीं देखते हैं।
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गार्सेटी ने कहा कि यह संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत के संबंधों में एक अद्भुत क्षण है। यह एक ऐसा क्षण है जिसमें हमें अपनी महत्वाकांक्षाओं को बढ़ाने की जरूरत है। वहीं अमेरिकी छात्र वीजा के मुद्दे पर भारत में अमेरिकी राजदूत ने कहा कि अगले कुछ हफ़्तों में, हम छात्र वीज़ा का अगला बैच खोल रहे हैं और हम अपने कर्मचारियों को इस पर जितना हो सके ध्यान केंद्रित करने के लिए कह रहे हैं। मुझे लगता है कि हम दिखाएंगे कि इस साल हम पहले के नंबरों को पार करने में सक्षम होंगे और इससे भी बड़ी संख्या में पहुंचेंगे।
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अमेरिकी राजदूत ने कहा कि राष्ट्रपति ने मुझे न केवल छात्रों के लिए बल्कि पहली बार आने वाले आगंतुकों के लिए भी वीजा जारी करने के समय को कम करने के लिए कहा है।