Breaking News
-
इज़राइली वायु सेना के जेट विमानों ने शनिवार को लेबनान में हमास आतंकवादी समूह की…
-
लगभग मलबे में तब्दील हो चुके गाजा में लड़ाई के साथ-साथ इजराइली सैनिक दक्षिणी लेबनान…
-
विदेश मंत्रालय ने घोषणा की कि विदेश मंत्री एस जयशंकर 15-16 अक्टूबर को शंघाई सहयोग…
-
श्रीनगर । नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव…
-
ढाका । बांग्लादेश के अंतरिम नेता, नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस ने रोहिंग्या शरणार्थियों को…
-
इस्लामाबाद । पाकिस्तान सरकार ने शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर बैठक के दौरान राजधानी इस्लामाबाद…
-
इस्लामाबाद । जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी की विरोध…
-
नयी दिल्ली । भारतीय हॉकी टीम के कप्तान और शीर्ष ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह ने…
-
नोएडा । महान भारतीय गोलकीपर पीआर श्रीजेश को आगामी हॉकी इंडिया लीग (एचआईएल) के लिए…
-
आजकल अनियमित लाइफस्टाइल के कारण नींद से जुड़ी दिक्कतें बढ़ती जा रही हैं। लोगों के…
अमेरिका ने जानकारी दी है कि उनके तैनात एटमी हथियारों की संख्या 1419 है। अमेरिका की रूस के साथ 2011 में हुई न्यू स्टार्ट ट्रीटी के तहत यह जानकारी दी गई है। हालांकि, रूस ने यूक्रेन जंग का एक साल पूरा होने पर इस समझौते को सस्पेंड कर दिया था। अमेरिका ने पिछले साल 1515 एटमी हथियार तैनात होने की जानकारी दी थी। तब रूस ने अपने पास 1474 एटमी हथियार बताए थे। रूस से संधि के तहत कोई देश 1550 से ज्यादा एटमी हथियार नहीं रख सकता।
जानाकारी छुपा रहा रूस?
अमेरिका की तरफ से रूस पर परमाणु हथियारों की जानकारी को छुपाने के आरोप लगाए गए हैं। इसे अमेरिका की तरफ से ट्रीटी का उल्लंघन भी करार दिया गया है। वहीं अमेरिका की दी गई जानकारी से सामने आया है कि उसके पास 662 इंटरकॉन्टिनेंटल, सबमरीन बैलेस्टिक मिसाइल और हैवी बॉम्बर्स है। पिछले साल के मुकाबले घटे हैं। पिछले साल तक अमेरिका के पास 986 ऐसी मिसाइल थीं, जबकि रूस के पास 2002 में 526 इंटरकॉन्टिनेंटल बैलेस्टिक मिसाइल थी। न्यू स्टार्ट ट्रीटी के अनुसार इनकी संख्या 700 से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
कब और क्यों लागू हुई थी न्यू स्टार्ट ट्रीटी
5 फरवरी 2011 को न्यू स्टार्ट ट्रीटी लागू हुई थी। इसकी अवधि दस साल यानी साल 2021 तक थी। लेकिन इसे पांच साल और बढ़ाकर 2026 तक कर दिया गया। उस वक्त दोनों देशों को संधि के तहत अपने परमाणु हथियारों को सीमित संख्या तक लाने के लिए सात साल का मौका दिया गया था। इसमें कहा गया था कि जब तक संधि लागू रहती है, दोनों देश अपने परमाणु हथियार के जखीरे को सीमित रखेंगे। अमेरिका और रूस दोनों ही 5 फरवरी 2018 तक नई स्टार्ट संधि की सीमाओं को पूरा कर लिया था।
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने आरोपी पत्रकार विवेक रघुवंशी और उनके सहयोगी पूर्व-नौसेना कमांडर आशीष पाठक को भारतीय दंड संहिता की आधिकारिक गुप्त अधिनियम आर/डब्ल्यू धारा 120-बी की धारा 3 के तहत दर्ज एक मामले की चल रही जांच में गिरफ्तार किया है