तमिलनाडु के मंत्री वी सेंथिल बालाजी को प्रवर्तन निदेशालय ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत गिरफ्तार कर लिया। इसको लेकर राजनीति जबरदस्त तरीके से जारी है। बालाजी तमिलनाडु में मुख्यमंत्री एमके स्टालिन नीत सरकार में केंद्रीय एजेंसी की इस तरह की कार्रवाई का सामना करने वाले पहले मंत्री हैं। यही कारण है कि इसको लेकर डीएमके और विपक्षी दल भाजपा पर हमलावर है। डीएमके ने साफ तौर पर सेंथिल बालाजी की गिरफ्तारी को लोकतंत्र की हत्या बताया है।
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तमिलनाडु के मंत्री मा सुब्रमण्यन ने कहा कि सेंथिल बालाजी की गिरफ्तारी लोकतंत्र की हत्या है। यह संसद चुनाव से पहले DMK को घेरने के लिए किया गया है। उन्होंने दावा किया कि गिरफ्तारी में किसी भी प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया। भाजपा एक नकली कहानी बनाने की कोशिश कर रही है कि डीएमके एक भ्रष्ट पार्टी है। वे ईडी जैसी संस्थाओं की मदद से ऐसा करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पटना में संयुक्त विपक्षी दल की बैठक हो रही है। बीजेपी बौखलाहट में ऐसा कर रही है।
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मा सुब्रमण्यन ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के अन्नामलाई पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अरावकुरिची में अन्नामलाई पिछला विधानसभा चुनाव हार गए थे। तमिलनाडु के लोग राज्य में कभी भी भाजपा को स्वीकार नहीं करेंगे। लेकिन अन्नामलाई ने सोचा कि सेंथिल बालाजी उनके नुकसान का कारण थे। वह अब उससे बदला ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि मंत्री सेंथिल बालाजी को पश्चिमी तमिलनाडु में DMK की भारी जीत का कारण बताया गया। स्थानीय निकाय चुनाव में भी उनकी अहम भूमिका रही। इस डर से कि अगर सेंथिल बालाजी संसद चुनाव में काम करते हैं तो उन्हें (बीजेपी) नोटा से कम वोट मिलेंगे, वे उन्हें निशाना बना रहे हैं।