राष्ट्रमंडल खेलों के चैम्पियन जेरेमी लालरिनुगा पर भारतीय भारोत्तोलन महासंघ के अध्यक्ष सहदेव यादव भड़क गए है। राष्ट्रमंडल खेलों के चैम्पियन पर वो काफी भड़के है। खिलाड़ी के व्यवहार को देखकर अध्यक्ष सहदेव यादव दुखी हुए हैं और उनपर काफी नाराजगी व्यक्त की है।
भारतीय भारोत्तोलन महासंघ के अध्यक्ष सहदेव यादव ने राष्ट्रमंडल खेलों के चैम्पियन जेरेमी लालरिनुगा को लेकर कहा कि सफलता उसके सिर चढ़ गयी है। वह पथभ्रष्ट हो गया है, एक उज्ज्वल प्रतिभा खो गयी है। जेरेमी लालरिगुना को आगामी विश्व चैंपियनशिप और एशियन गेम्स के लिए चयन ट्रायल में उपस्थित होने में विफलता के कारण एक सप्ताह पहले राष्ट्रीय शिविर से बाहर कर दिया गया था।
बता दें कि राष्ट्रमंडल खेलों के चैम्पियन जेरेमी लालरिनुगा को राष्ट्रीय शिविर से बाहर कर दिया गया क्योंकि इस भारोत्तोलक ने अपनी पीठ की चोट के रिहैबिलिटेशन के लिए अमेरिका जाने से इनकार कर दिया और साथ ही उन्होंने एशियाई खेलों और विश्व चैम्पियनशिप के लिए ट्रायल्स में भी हिस्सा नहीं लिया।
भारतीय भारोत्तोलन महासंघ के अध्यक्ष सहदेव यादव ने कहा, ‘‘जेरेमी जब चोटिल हुआ तो हमने उसे सेंट लुईस जाने के लिए कहा। हमने टॉप्स से भी बात की लेकिन उसने जाने से इनकार कर दिया। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘वह प्रतिभाशाली खिलाड़ी है लेकिन उसने विश्व चैम्पियनशिप और एशियाई खेलों के लिए ट्रायल्स नहीं दिया। इसलिये हमने उसे शिविर से बाहर कर दिया। उसे वापसी करने के लिये अच्छा प्रदर्शन करना होगा। ’’ यादव ने साथ ही कहा, ‘‘उसके कुछ अनुशासनात्मक मुद्दे भी रहे हैं। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘संकेत सरगर (राष्ट्रमंडल खेलों के रजत पदक विजेता) भी चोटिल थे तो उन्हें भी शिविर से हटा दिया गया। उसका प्रदर्शन भी गिर रहा था। हाल के ट्रायल्स में जूनियर खिलाड़ियों ने उसे हरा दिया।
वहीं ट्रायल में जेरेमी की गैर-उपस्थिति के कारण उन्हें 4 सितंबर से रियाद में होने वाले वर्ल्ड्स के लिए भारतीय टीम में नहीं चुना गया है। ये टूर्नामेंट पेरिस ओलंपिक 2024 के लिए क्वालीफायर के रूप में काम करेगा। पेरिस के लिए क्वालीफाई करने का सपना संजोए किसी भी भारोत्तोलक के लिए, खेल की वैश्विक शासी निकाय के नियमों के अनुसार वर्ल्ड्स में भाग लेना जरूरी था। जेरेमी के वर्ल्ड्स के लिए टीम का हिस्सा नहीं होने से अगले साल अपने पहले ओलंपिक में भाग लेने की उनकी उम्मीदें भी खत्म हो गई हैं। ट्रायल में उनकी गैर-उपस्थिति के परिणामस्वरूप, उन्हें 4 सितंबर से रियाद में होने वाले वर्ल्ड्स के लिए भारतीय टीम में नहीं चुना गया, जो पेरिस ओलंपिक 2024 के लिए क्वालीफायर के रूप में काम करेगा।