राजस्थान के भरतपुर जिले में बुधवार दोपहर लगभग एक दर्जन सशस्त्र बदमाशों ने हत्या के एक मामले के दो आरोपियों पर सरेआम गोली चला दी जिससे एक आरोपी की मौत हो गई। इस मामले में चार संदिग्ध हमलावरों को पकड़ा गया है। पुलिस ने यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि यह घटना उस समय हुई, जब पुलिस का एक दल 2022 में एक स्थानीय भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) नेता की हत्या करने के दोनों आरोपियों को रोडवेज की एक बस से जयपुर से भरतपुर लेकर जा रहा था।
उसने बताया कि हत्या का एक अन्य आरोपी गोलीबारी में घायल हो गया और उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस ने बताया कि पुलिस ने शाम तक इस हमले के चार आरोपियों को पकड़ लिया, जिनमें से दो पुलिस कार्रवाई के दौरान घायल हो गये।
इस बीच, भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष सी पी जोशी ने इस मामले में पुलिसकर्मियों की भूमिका पर सवाल उठाए हैं।
पुलिस के अनुसार, भरतपुर के हलेना पुलिस थाने के अंतर्गत अमोली टोल प्लाजा के पास एक कार और दो मोटरसाइकिल से आए लोगों ने बस को रोका और फिर उन्होंने बस में घुसकर पुलिसकर्मियों पर मिर्च का पाउडर फेंक दिया तथा कुलदीप जघीना और विजयपाल नाम के आरोपियों पर गोलीबारी शुरू कर दी।
स्थानीय भाजपा नेता कृपाल जघीना की सितंबर 2022 में हुई हत्या के आरोपियों कुलदीप जघीना और विजयपाल को एक हेड कांस्टेबल के नेतृत्व में सात पुलिसकर्मियों का एक दल जयपुर से भरतपुर ले जा रहा था।
भरतपुर जिला पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने बताया कि दोनों आरोपियों को भरतपुर के आरबीएम (राज बहादुर मेमोरियल) सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां जघीना को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया, जबकि विजयपाल की हालत गंभीर है।
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से अपराधियों की पहचान की और एक गाड़ी बरामद की।
पुलिस ने शाम को भरतपुर के बयाना के पास चार आरोपियों को पकड़ा, जिनकी पहचान बाबूलाल मालीपुरा, सौरभ लुल्हारा, विष्णु जाट और धर्मराज के रूप में हुई है।भरतपुर में एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि जब आरोपी भाग रहे थे तो पुलिस ने उन पर गोलियां चला दीं और इस दौरान बाबूलाल और विष्णु के पैर में गोली लग गई। घायल बदमाशों को धौलपुर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।जयपुर के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (प्रशासन) राहुल प्रकाश ने कहा कि जघीना को कई गोलियां मारी गईं। उन्होंने कहा कि बस यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस दल ने गोली नहीं चलाई।
अधिकारी ने कहा कि मामले की जांच की जाएगी और अगर कोई पुलिसकर्मी लापरवाही का दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
कृपाल की पिछले साल चार सितंबर को भूमि विवाद को लेकर भरतपुर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। कुलदीप इस मामले में मुख्य आरोपी था। उसे चार अन्य लोगों के साथ पिछले साल 11 सितंबर को महाराष्ट्र से गिरफ्तार किया गया था।
विपक्षी भाजपा ने राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा।
भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष जोशी ने आरोप लगाया कि कुलदीप की हत्या संभवत: किसी सोची-समझी रणनीति के तहत की गई है।
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा मंडल अध्यक्ष की हत्या के मुख्य आरोपी का नाम सामने न आए, इसलिए आज यह हत्या हुई।’’
उन्होंने कहा, “यह कोई बड़ी साजिश हो सकती है। राज्य के गृह मंत्री होने के नाते, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को इस बारे में सोचना चाहिए कि उनकी सरकार के संरक्षण में राजस्थान में अपराध कैसे फल-फूल रहा है।’’
नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने एक वीडियो बयान में कहा कि यह घटना कांग्रेस सरकार की छवि पर एक धब्बा है। उन्होंने कहा कि इस मामले को विधानसभा के आगामी सत्र में उठाया जाएगा।