केरल के तिरुवनंतपुरम स्थित मुथलप्पोझी में नौका पलटने से चार मछुआरों की मौत से जुड़ी हालिया घटना और इसे लेकर सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) तथा विपक्षी कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप के बीच केंद्र सरकार की विशेषज्ञों की एक टीम यहां पहुंची। यह टीम भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने का समाधान तलाशने के लिए यहां आई है।
केंद्रीय मत्स्य पालन मंत्रालय द्वारा भेजी गई विशेषज्ञ टीम के साथ आए विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने भी क्षेत्र का दौरा किया।
वहां स्थिति का जायजा लेने के बाद मुरलीधरन ने पत्रकारों से कहा कि क्षेत्र में कई नौका दुर्घटनाओं के मद्देनजर विशेषज्ञों की केंद्रीय टीम भेजी गई है।
उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों ने तटीय क्षेत्र के लोगों की समस्याओं का अध्ययन किया है और स्थिति के समाधान को लेकर उनके विचार और सुझाव सुनेंगे।उन्होंने कहा, विशेषज्ञ टीम राज्य सरकार के सुझावों को भी सुनेगी और उसके बाद बंदरगाह क्षेत्र के पुनर्विकास समेत एक स्थायी समाधान निकालेगी।
केंद्रीय मंत्री मुरलीधरन ने मुथलप्पोझी में लगातार हो रही नौका दुर्घटनाओं के संबंध में राज्य सरकार की मंत्री स्तरीय बैठक का भी स्वागत किया।
पिछले हफ्ते मुथलप्पोझी के पास एक नौका दुर्घटना में चार लोगों की मौत को लेकर राज्य में राजनीतिक विवाद छिड़ गया था। सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और विपक्षी कांग्रेस ने एक-दूसरे पर तटीय क्षेत्र में तनाव पैदा करने की कोशिश करने का आरोप लगाया था।
दस जुलाई को मुथलप्पोझी के पानी में नाव पलट गई थी।नौका पर सवार चार मछुआरों में से एक शव दुर्घटना के कुछ घंटे बाद मिला था जबकि शेष तीन के शव अगली शाम मिले थे। जिस जगह यह दुर्घटना हुई वहां एक नदी और एक झील अरब सागर में मिलती है।
लातिन आर्चडाओसीज़ के विकर जनरल फादर यूजीन परेरा के अनुसार, इस साल इस क्षेत्र में यह ऐसी 10वीं दुर्घटना थी।