Breaking News
-
Please LIKE and FOLLOW बलिया LIVE on FACEBOOK page https://www.facebook.com/BalliaLIVE रसड़ा,बलिया। रसड़ा कोतवाली क्षेत्र के…
-
संयुक्त राज्य अमेरिका में 5 नवंबर को होने वाले 2024 के राष्ट्रपति चुनावों के लिए…
-
हरियाणा में 5 अक्टूबर को मतदान होगा। इसके नतीजे 8 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे।…
-
इज़राइल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने कहा कि उसने गुरुवार को बेरूत में एक सटीक, खुफिया-आधारित…
-
नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने दिल्ली की ‘आम आदमी पार्टी’…
-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज दिल्ली में कौटिल्य आर्थिक सम्मेलन को संबोधित किया। इस दौरान…
-
बेंगलुरु के तीन इंजीनियरिंग कॉलेजों को ईमेल के जरिए बम की धमकी मिली, जिससे परिसर…
-
आज दिनांक 04 अक्टूबर 2024 को यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के सेक्टर 32 में…
-
हरियाणा में कुल 90 विधानसभा सीटे हैं। इन सभी सीटों पर एक चरण में 5…
-
भारतीय एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने 2019 में भारत के बालाकोट हवाई हमले…
विनेश फोगाट को एशियाई खेलों में चयन ट्रायल से छूट दी गई है, जिसके बाद अब साथी पहलवानों ने इस प्रक्रिया पर सवाल उठाने शुरू कर दिए है। मौजूदा अंडर 20 विश्व चैंपियन अंतिम पंघाल ने विनेश को मिली इस खास छूट पर सवाल उठाए है। उन्होंने कहा कि कई भारतीय पहलवान ऐसे हैं जो 53 किलो वर्ग में विनेश को हरा सकते है।
गौरतलब है कि भारतीय ओलंपिक संघ की तदर्थ समिति ने मंगलवार को एशियाई खेलों में विनेश (53 किलो) और बजरंग पूनिया (65 किलो) को सीधे प्रवेश देने का फैसला किया है। दोनों खिलाड़ियों को सीधी एंट्री मिलने के बाद पहलवानों का गुस्सा सामने आया है। इस सिलसिले में अन्य पहलवानों को ट्रायल देना होगा जो कि 22 और 23 जुलाई को होगा।
बता दें कि हिसार की रहने वाली 19 वर्ष की पंघाल भी 53 किलो में उतरती हैं। उन्होंने पूछा कि इतने समय से अभ्यास नहीं करने के बावजूद विनेश का चयन कैसे हुआ। सीनियर एशियाई चैम्पियनशिप की रजत पदक विजेता पंघाल ने एक वीडियो में कहा ,‘‘ विनेश फोगाट को एशियाई खेलों में सीधे प्रवेश मिलेगा जबकि उसने पिछले एक साल से अभ्यास भी नहीं किया। पिछले एक साल में उसकी कोई उपलब्धि नहीं है।’
उसने कहा ,‘‘ पिछले साल जूनियर विश्व चैम्पियनशिप में मैंने स्वर्ण पदक जीता था और यह करने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनी। एशियाई चैम्पियनशिप 2023 में मैने रजत पदक जीता जबकि विनेश ने कुछ नहीं किया। वह चोटिल भी थी।’’ पंघाल ने कहा ,‘‘ साक्षी मलिक ने ओलंपिक पदक जीता है लेकिन उसे भी नहीं भेजा जा रहा। विनेश में ऐसा क्या खास है जो उसे सीधे भेजा जा रहा है। ट्रायल कराइये। सिर्फ मैं ही नहीं बल्कि ऐसी कई लड़कियां हैं जो विनेश को हरा सकती हैं।’’
विनेश को पिछले साल विश्व चैम्पियनशिप में पदक जीतने के कारण एशियाई खेलों में सीधे भेजा जा रहा है। वह इस समय हंगरी के बुडापेस्ट में अभ्यास कर रही है। पंघाल ने कहा कि बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में भी उसके साथ नाइंसाफी हुई थी। उसने कहा ,‘‘ राष्ट्रमंडल खेलों के ट्रायल में उसके खिलाफ मुकाबले में अधिकारियों ने धोखेबाजी की। मैंने कहा कि कोई नहीं। मैं एशियाई खेलों के जरिये पेरिस ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने की कोशिश करूंगी लेकिन अब वे विनेश को भेज रहे हैं।’’ उसने कहा ,‘‘ वे यह भी कह रहे हैं कि एशियाई खेलों में जाने वाले ही विश्व चैम्पियनशिप में जायेंगे। विश्व चैम्पियनशिप में पदक जीतने वाले ओलंपिक जायेंगे। हम इतने साल से मेहनत कर रहे हैं तो हमारा क्या।’’ उसने कहा ,‘‘ क्या हमें कुश्ती छोड़ देनी चाहिये। हमें बताइये कि उसे किस आधार पर भेजा जा रहा है।
विशाल कालीरमन ने भी खोला मोर्चा
बजरंग पूनिया का ट्रायल ना कराने पर 65 किलोग्राम वर्ग में खेलने वाले विशाल कालीरमन ने भी बयान दिया है। उन्होंने कहा कि बजरंग पूनिया को ट्रायल के बिना ही एशियाई खेलों में एंट्री दी गई है। बीते एक साल से बजरंग पूनिया धरना दे रहे हैं जबकि मेरे जैसे अन्य पहलवान प्रैक्टिस कर रहे है। हमारी अपील है कि सभी का ट्रायल करवाया जाए नहीं तो इस नाइंसाफी के लिए खिलाड़ी कोर्ट की शरण में जाएंगे। खिलाड़ी 15 वर्षों से अभ्यास करने मे जुटे है।