शेयर बाजार में दो करोड़ रुपये के घाटे के बाद लूट की फर्जी कहानी गढ़े जाने का खुलासा करते हुए इंदौर में पुलिस ने एक हार्डवेयर कारोबारी और उसके दो बेटों को बृहस्पतिवार को गिरफ्तार किया। पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त अभिनय विश्वकर्मा ने संवाददाताओं को बताया कि आरोपियों की पहचान पड़ोसी देवास जिले के हार्डवेयर कारोबारी प्रशांत अग्रवाल (55) और उनके दो बेटों-योगेश अग्रवाल (25) और अमन अग्रवाल (20) के रूप में हुई है।
उन्होंने बताया कि प्रशांत अग्रवाल ने इंदौर के भंवरकुआं पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि आठ अगस्त को दो अज्ञात बदमाशों ने उनके मुंह पर लाल मिर्च पाउडर डालकर उनसे तीन लाख रुपये की नकदी से भरा बैग उस वक्त लूट लिया, जब वह नेमावर रोड से गुजर रहे थे।
विश्वकर्मा ने बताया,‘‘सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद लूट का घटनाक्रम पहली नजर में सही प्रतीत हो रहा था, लेकिन हमने जब दो संदिग्धों को पकड़ा तो वे और कोई नहीं, बल्कि अग्रवाल के बेटे निकले। कड़ाई से पूछताछ पर दोनों ने कबूल किया कि उन्होंने अपने पिता के साथ मिलकर लूट की फर्जी कहानी गढ़ी थी।’’
उन्होंने आरोपियों से पुलिस की पूछताछ के हवाले से बताया कि अग्रवाल परिवार को शेयर बाजार में दो करोड़ रुपये का नुकसान हो गया था जिससे उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा था और वे लोगों का उधार चुकता नहीं कर पा रहे थे।
विश्वकर्मा ने बताया,‘‘अग्रवाल और उनके दोनों बेटों ने लूट की फर्जी कहानी गढ़ी ताकि उन्हें यह उधार चुकता ना करना पड़े।’’
उन्होंने यह भी बताया कि अग्रवाल के बेटों द्वारा अपने पिता से नाटकीय तौर पर सरेराह छीने गए बैग में 7.20 लाख रुपये थे, लेकिन 55 वर्षीय हार्डवेयर कारोबारी ने केवल तीन लाख रुपये लूटे जाने की झूठी रिपोर्ट पुलिस थाने में दर्ज कराई।
विश्वकर्मा ने बताया कि पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 7.20 लाख रुपये की नकदी और घटना में इस्तेमाल मोटरसाइकिल बरामद की है।