स्मार्टफोन का उपयोग करते हुए लोग सिर्फ कॉलिंग या मैसेजिंग ही नहीं होती है। इसके अलावा भी कई कामों को करने के लिए स्मार्टफोन का उपयोग होता है। सोशल मीडिया से लेकर बैंकिंग तक भी स्मार्टफोन से हो जाती है। स्मार्टफोन में कई संवेदनशील जानकारी होती है।
यूजर्स के फोन में कई खतरनाक ऐप को इंस्टॉल कर डेटा चोरी किया जा सकता है। इससे फोन आसानी से हैक हो जाता है। हैकर्स वल्नरबिलिटी का उपयोग कर फोन हैक कर सकते है। फोन हैक होने के बाद कई संवेदनशील पासवर्ड आसानी से हासिल किए जा सकते है।
इस संबंध में सरकारी एजेंसी कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पोंस टीम ने मोबाइल यूजर्स के लिए वार्निंग जारी की है। इस वार्निंग के जरिए कहा गया है कि एंड्रॉयड OS यूजर्स को काफी सावधान रहना होगा ताकि उनके पासवर्ड चोरी ना हो पाए। मोबाइल हैकर्स आसानी से टेक्नोलॉजी का उपयोग कर पासवर्ड हासिल कर सकते है। ऐसा कर वो यूजर्स के बैंक अकाउंट्स को कंगाल कर सकते है। हैकर्स को ओटीपी का एक्सेस भी मिल सकता है, जिससे बैंक अकाउंट में सेंध लगने में मुश्किल नहीं होगी।
एंड्रॉयड के लिए अधिक खतरा
वार्निंग के मुताबिक एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम में कई खामियां हैं जिनका आसानी से हैकर्स लाभ उठा सकते है। ये एक तरह का सिक्योरिटी लूप होल है। इस लोपहोल का फायदा उठाकर आसानी से हैकर्स फोन हैक कर सकते है। इस कारण हैकर्स को आसानी से फोन का एक्सेस मिल सकता है, जिससे संवेदनशील जानकारी भी चोरी हो सकती है। फोन हैंग होने जैसे कई समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है।
इन एंड्रॉयड पर खतरा
जानकारी के मुताबिक एंड्रॉयड वर्जन 10, 11, 12, 12L और 13 में हैक होने का खतरा काफी अधिक है। इन समस्याओं और कमजोरियों को इन एंड्रॉयड पर स्पॉट किया गया है।