यादवपुर विश्वविद्यालय के नवनियुक्त अंतरिम कुलपति बुद्धदेव साव ने रविवार को कहा कि कथित तौर पर रैंगिंग और यौन उत्पीड़न के कारण हुई एक छात्र की मौत की जिम्मेदारी ‘‘पूरी तरह से’’ विश्वविद्यालय की है और स्वस्थ माहौल बनाए रखने के लिए परिसर में उचित सुरक्षा व्यवस्था किए जाने की आवश्यकता है।
उन्होंने 17 वर्षीय छात्र की मौत को बहुत दुर्भाग्यपूर्ण और हृदयविदारक बताया।
साव ने कहा, ‘‘जिम्मेदारी पूरे विश्वविद्यालय की है न कि किसी व्यक्ति की…यह सुनिश्चित करने के लिए उचित सुरक्षा व्यवस्था की जानी चाहिए कि विश्वविद्यालय में स्वस्थ माहौल बरकरार रहे।’’
कुछ वर्गों द्वारा विश्वविद्यालय के प्रत्येक हिस्से में सीसीटीवी कैमरे लगाने की मांग के बीच उन्होंने कहा कि केवल यही एकमात्र समाधान नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें यह देखना होगा कि क्या सीसीटीवी या आरएफआईडी (रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटीफिकेशन) जैसी कोई अन्य तकनीक प्रभावी होगी या सुरक्षा खतरों के आकलन के आधार पर मानव निगरानी अधिक उपयोगी होगी।’’
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी वी आनंद बोस ने शनिवार को बुद्धदेव साव को यादवपुर विश्वविद्यालय का कार्यवाहक कुलपति नियुक्त किया है।
साव ने कहा कि रैंगिंग के आरोपों पर पहले भी नियमों तथा दिशा निर्देशों के दायरे में कदम उठाए गए हैं।
उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि कुछ चूक रही होंगी। उन्होंने कहा, ‘‘हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि कुछ चीजें दोबारा न हो।’’
नौ अगस्त को विश्वविद्यालय के मुख्य छात्रावास की दूसरी मंजिल की बालकनी से गिरने के बाद प्रथम वर्ष के स्नातक के छात्र की मौत हो गयी थी। मृतक के परिवार ने आरोप लगाया है कि उसके साथ रैगिंग की गयी थी।
नवनियुक्त अंतरिम कुलपति साव विश्वविद्यालय के गणित विभाग के प्रोफेसर हैं।
राज्यपाल बोस विश्वविद्यालय के कुलाधिपति भी हैं। उन्होंने शनिवार रात को आदेश जारी कर साव को तत्काल प्रभाव से कुलपति की जिम्मेदारियां सौंपी।
इससे पहले, विश्वविद्यालय के कुलपति सुरंजन दास का नौ साल का कार्यकाल 31 मई को समाप्त हो गया था।
इसके बाद बोस ने विश्वविद्यालय के प्रो-वाइस चांसलर अमिताभ दत्ता को कार्यवाहक कुलपति नियुक्त किया था लेकिन उन्होंने चार अगस्त को इस्तीफा दे दिया था। दत्ता ने राज्यपाल के कहने पर इस्तीफा दिया था।