दिल्ली में इस वीकेंड पर सबसे बड़ा आयोजन होने जा रहा है। दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन के लिए तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के राष्ट्राध्यक्षों और अन्य उपस्थित लोगों की सुरक्षा को लेकर दिल्ली पुलिस व अन्य संस्थाओं ने मिलकर व्यापक सुरक्षा उपाय किए गए हैं। राजधानी दिल्ली में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त है।
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक दिल्ली पुलिस ने संचार सुरक्षा उल्लंघनों के लिए भी एक भारतीय ऐप त्वरित संदेश सेवा को चुना है। जी20 शिखर सम्मेलन में सुरक्षा की जिम्मेदारी को देखने के लिए दिल्ली पुलिस संदेश ऐप का ही उपयोग कर रही है।। बता दें कि दिल्ली पुलिस जी20 से जुड़ी जानकारियों के लिए संदेश ऐप उपयोग कर रही है। इस ऐप को दिल्ली पुलिस के हर कर्मचारी, अधिकारी, इंस्पेक्टर, कमीश्नर ने डाउनलोड किया है। सभी सरकारी नंबरों पर इस ऐप को डाउनलोड किया गया है। सुरक्षा को लेकर दिल्ली पुलिस इस बार वॉट्स ऐप ग्रुप पर कम्युनिकेशन नहीं कर रही है बल्कि इस ऐप का ही उपयोग किया जा रहा है। इस ऐप पर ही गणमान्य व्यक्तियों के बारे में संवेदनशील जानकारी, शिखर सम्मेलन के स्थानों और अन्य घटनाओं, जिन मार्गों से ये गणमान्य व्यक्ति यात्रा करेंगे और अन्य विवरणों पर चर्चा कर रहे है।
माना जा रहा है कि दिल्ली पुलिस इस बार इस ऐप का उपयोग इसलिए कर रही है ताकि सुरक्षा की जानकारियों को गुप्त रखा जा सके। सुरक्षा व्यवस्था से संबंधित सभी जानकारियों के संबंध में अफसर ग्रुप पर ही बातें कर रहे है। दिल्ली पुलिस का कहना है कि ये ऐप हैक करना बेहद मुश्किल है। ऐसे में सुरक्षा के लिहाज से इस ऐप पर ही सारा कम्यूनिकेशन हो रहा है। बता दें कि ये ऐप वर्ष 2020 में नेशनल इन्फॉर्मेशन सेंटर ने बनाया था।
इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक दिल्ली पुलिस ने कुछ दिन पहले इस संबंध में आदेश जारी किया था। इसमें कहा गया था कि अधिकारियों को रिहर्सल के दौरान व्हाट्सएप, फेसबुक और एक्स (पूर्व में ट्विटर) जैसे मैसेजिंग ऐप पर समूहों पर वीआईपी कारकेडों के पॉइंट-टू-पॉइंट सहित जी 20 व्यवस्था के बारे में जानकारी साझा करते देखा गया था। पुलिस ने दावा किया कि वे सुरक्षा उल्लंघन का जोखिम नहीं लेना चाहते है इसलिए सुरक्षा के लिए नए ऐप का उपयोग किया गया है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि “हमने सभी सुरक्षा, यातायात और अन्य व्यवस्थाएँ की हैं। पुलिस का कहना है कि हमारा मुख्य लक्ष्य जानकारी सुरक्षित करना है। बता दें कि संदेश ऐप पर सिर्फ वो ही यूजर जानकारी हासिल कर सकते हैं जो इसके यूजर है। जानकारी को भी सिर्फ तभी एक्सेस किया जा सकता जब कोई यूजर है। ऐप पर इंफरमेशन किसी अनरजिस्टर्ड नंबर पर आगे फॉर्वर्ड नहीं हो सकती है। इंस्पेक्टरों से लेकर स्पेशल सीपी-रैंक के अधिकारियों को जी20 से संबंधित सभी संचार के लिए इस ऐप को डाउनलोड करने के लिए कहा गया है। सभी कांस्टेबलों से लेकर उप-निरीक्षकों तक जानकारी मौखिक रूप से शेयर होगी। सभी पुलिस कर्मियों को चेतावनी दी गई है कि निर्देश का उल्लंघन दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा गंभीरता से लिया जाएगा।