जागरण संवाददाता, बलिया। नगर पालिका परिषद की संपत्ति पर अतिक्रमण और कब्जा करने वालों की अब खैर नहीं होगी। पालिका प्रशासन की ओर से अभियान चलाकर ऐसे लोगों को चिन्हित कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। नगरीय क्षेत्रों में 300 से अधिक स्थानों पर बेशकीमती व्यवसायिक भवनों के साथ ही साथ सेनेटरी गलियों में अतिक्रमण कर लिया गया है। पट्टा आवंटन निरस्त होने के बाद भी भवनों को खाली नहीं किया जा रहा है। अधिसंख्य लोग अभिलेखों में हेराफेरी कर भवन अथवा भूमि पर अपना नाम दर्ज करवा लिया है। ऐसे लोगों को चिन्हित कर भूमाफिया एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी। नगर पालिका अध्यक्ष संत कुमार ने बताया कि उन जमीनों का पट्टा जो 1995 के बाद हुआ है, वह पूरी तरह अवैध है। भू माफिया फर्जी तरीके से तथ्यों को छिपा कर दाखिल खारिज करके अपना नाम अंकित कराकर जमीन के स्वामी बने हुए हैं। इसके लिए अधिकारियों की टीम गठित कर जांच कराई जाएगी। बताया कि इसमें पालिका के अधिकारी और जनप्रतिनिधि की भी संलिप्तता सामने आ रही है। उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। इसकी पूरी जांच किसी सेवानिवृत उच्च न्यायालय के न्यायाधीश से कराने के लिए शासन से मांग की जाएगी। बताया कि मुख्य मार्गो,पटारी और नालियों पर किया गये अतिक्रमण को शीघ्र ही हटवाया जाएगा। चेताया कि जो भवन स्वामी शौचालय की टंकी से जोड़कर सीधे नालियों में मल का निस्तारण कर रहे हैं, मांस विक्रेता जो पशुओं के अपशिष्ट सीधे नाले में प्रवाहित कर नगर के स्वास्थ्य व्यवस्था के प्रभावित कर रहे हैं। ऐसे लोगों को भी चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी।