रामानंद सागर की रामायण में भगवान राम की भूमिका निभाने वाले अरुण गोविल को आज भी लोग भगवान राम के रुप में देखते हैं। आपको बता दें कि श्रीराम के किरदार से घर-घर में फेमस हुए अरुण गोविल आज यानी की 12 जनवरी को अपना 66वां जन्मदिन मना रहे हैं। बता दें कि 80 के दशक में रामायण टीवी पर प्रसारित होती थी।
वहीं अपने रोल के कारण अभिनेता अरुण गोविल सिर्फ देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी अपनी पहचान बनाने में कामयाब रहे। जब बहुत कम लोगों के पास टीवी होता था। उस दौर से लोग अरुण गोविल के फैन रहे हैं। तो वहीं कुछ लोग उनको सच में भगवान राम मानकर उनके श्रीराम वाले पोस्टर की पूजा करते थे। तो आइए जानते हैं उनके जन्मदिन के मौके पर अरुण गोविल के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में…
भगवान राम का रोल कर फेमस हुए अरुण गोविल
बता दें कि 12 जनवरी 1958 को अरुण गोविल का जन्म हुआ था। रामायण में भगवान राम का किरदान निभाने से पहले उन्होंने कुछ फिल्में की थीं। वहीं साल 1987-88 के दौर में उनके भगवान राम वाला किरदार काफी ज्यादा फेमस हुआ। अरुण गोविल के इस किरदार को बच्चे, बड़े और बुजुर्गों सभी का प्यार मिला। एक बार अरुण गोविल ने एक इंटरव्यू में बताया था कि रामायण शुरू होने के कुछ समय तक उनको अंदाजा नहीं था।
क्योंकि मुंबई से दूर उमरगांव में रामायण की शूटिंग होती थी और उस दौरान मोबाइल आदि की सुविधा भी नहीं थी। इसलिए एक समय तक तो अरुण गोविल को यह पता ही नहीं चल सका कि रामायण को दर्शकों का इतना प्यार मिल रहा है। रामायण की लोकप्रियता का अंदाजा उन्हें तब हुआ, जब देश के तत्कालीन पीएम राजीव गांधी ने उनको दिल्ली बुलाया। तब अरुण गोविल को पता चला कि उनके राम वाले किरदार को कितना अधिक प्यार मिल रहा है।
फेमस है ये किस्सा
अरुण गोविल ने शूटिंग के दौरान का एक किस्सा शेयर करते हुए बताया था कि जब वह एक बार शूटिंग कर रहे थे, तो उस दौरान वह काफी ज्यादा सिगरेट पीते थे। एक बार जब परदे के पीछे वह सिगरेट पी रहे थे, तभी दक्षिण भारतीय भाषा में कुछ लोगों ने जोर-जोर से चिल्लाना शुरू कर दिया। लोगों को ऐसा करता देख अरुण गोविल ने शूटिंग से जुड़े आदमी से पूछा कि मुझे ऐसा क्यों लग रहा है कि वह लोग मुझे गाली दे रहे हैं। तब उस आदमी ने उनको बताया कि वह सही समझ रहे हैं। लोग आपको भगवान समझते हैं और आपके सिगरेट पीने पर यह आपको भला-बुरा कह रहे हैं। अरुण गोविल बताते हैं कि इस घटना के बाद से उन्होंने दोबारा सिगरेट को हाथ नहीं लगाया।
राम के किरदार से बढ़ीं मुश्किलें
अरुण गोविल ने बताया कि रामायण करने के दौरान उनके पास कई ऐसे ऑफर आए, जिनमें उनको अच्छा पैसा मिल रहा था। उस दौरान उनको कई मैगजीन्स की तरफ से ऑफर मिल रहा था कि कवर पेज पर एक गिलास लेकर खड़े हो जाएं। भले ही उसमें पानी हो। लेकिन अरुण गोविल ने उन सारे ऑफर को ठुकरा दिया। क्योंकि अरुण गोविल राम के रोल को एक जिम्मेदारी मानकर उसका निर्वहन करना चाहते थे।
वहीं अरुण गोविल राम की भूमिका पर्दे पर निभाकर इतना फेमस हो गए कि उनको फिर अन्य रोल के लिए अप्रोच नहीं किया जाता था। क्योंकि निर्माताओं का मानना था कि राम की भूमिका में देखने के बाद दर्शक उनको कमर्शियल रोल में एक्सेप्ट नहीं करेंगे। इसके साथ ही राम की भूमिका के कारण एक समय पर अरुण गोविल का अकेले घूमना तक मुश्किल हो गया था। लोग उनको भगवान राम समझकर घरों में पोस्टर लगाकर पूजा करते थे और उनके पैर छूते थे।