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फिल्मी है श्रद्धा की मर्डर मिस्ट्री, इन फिल्मों में भी वारदात को ऐसे दिया गया था अंजाम

प्यार को शर्मसार करने वाली घटना का खुलासा दिल्ली में हुआ है, जिसकी जानकारी मिलने के बाद प्यार से विश्वास उठ जाए। दिल्ली में प्रेमी ने शादी का दबाव बना रही प्रेमिका की बेरहमी से हत्या कर दी। आरोपी ने हत्या की घटना को फिल्मी तरीके से अंजाम दिया है। इस मुद्दे पर बॉलीवुड से लेकर मलयालम सिनेमा में कई फिल्में बन चुकी है। 
 
इन फिल्मों में हो चुका है ऐसा
आफताब ने जिस तरह से श्रद्धा की हत्या की वैसा ही सीन कई फिल्मों में भी देखने को मिल चुका है। इसमें बॉलीवुड से लेकर मलयालम सिनेमा की फिल्म शामिल है। एमेजन की सीरिज फैमिली मैन 2 और मलयालम फिल्म कोल्ड केस में भी हत्या को इसी तरह से अंजाम दिया गया है। हालांकि पुछताछ में इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि आरोपी ने इन फिल्मों से प्रेरित होकर श्रद्धा की हत्या की थी।
 
सीरीज फैमिली मैन 2 या फिल्म कोल्ड केस की बात करें तो दोनों ही फिल्मों में मर्डर को कुछ इसी तरह से अंजाम दिया गया था। फैमिली मैन 2 में समांथा रुथ प्रभु के किरदार ने अपने सुपरवाइजर का मर्डर कर देती है, जैसा की आफताब ने श्रद्धा के साथ किया है। समांथा ने लाश की बदबू दूर करने के लिए फर्श पर एसिड डाला था जबकि आफताब ने इस गंध से बचने के लिए अगरबत्ती जलाई और लाश रखने के लिए 300 लीटर का फ्रीज खरीदा। उसमें लाश को छोटे टुकड़े कर छिपाया। इसके बाद समांथा का किरदार सीरीज में कई दिनों तक आधी रात में दुनिया से छिपकर लाश के टुकड़ों को ठिकाने लगाता रहा। कुछ ऐसा ही मलयालम फिल्म कोल्स केस में देखने को मिला है जिसमें आरोपी महिला अन्य महिला का मर्डर कर उसकी लाश के टूकड़ों को फ्रीज में छिपाती है। आफताब ने भी ठीक इस तरह से घटना को अंजाम दिया है।
 
ये है पूरा मामला
दिल्ली के छतरपुर इलाके आफताब अपनी प्रेमिका श्रद्धा के साथ रहता था। दोनों की मुलाकात मुंबई में नौकरी करने के दौरान हुई थी, जिसके बाद दोनों दिल्ली में आकर साथ रहने लगे। प्रेमिका श्रद्धा ने आफताब पर शादी का दबाव बनाना शुरू किया तो आरोपी आफताब ने 18 मई को श्रद्धा की लड़ाई के बाद हत्या कर दी। घटना का खुलासा घटना के छह महीने बाद 14 नवंबर को हुआ है। आरोपी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है।
 
जानकारी के मुताबिक दोनों के परिवार वाले इस रिश्ते से खुश नहीं थे क्योंकि दोनों के धर्म अलग थे। घरवालों के विरोध के बाद दोनों ने दिल्ली में आकर लिव इन में रहना शुरू किया, जिसके बाद श्रद्धा द्वारा आरोपी पर शादी का दबाव बनाने पर उसकी जान ले ली।
 
आरोपी के लिए प्रेमिका की हत्या करना ही काफी नहीं रहा। श्रद्धा के शव को ठिकाने लगाने के लिए आफताब ने शव के 35 टुकड़े किए और उन्हें बैग में भर दिया। शव से बदबू ना आए इसलिए उसने एक 300 लीटर का फ्रीज खरीदा और उसमें शव के टुकड़ों को रखा और रोज रात को दो बजे के बाद दिल्ली की सड़कों पर निकलकर शव को अलग अलग जगह पर फेंकना शुरू किया। शव को ठिकाने लगाने में उसे पूरे 18 दिनों का समय लगा। उसे उम्मीद थी की पुलिस उस तक कभी नहीं पहुंच सकेगी। हालांकि ऐसा नहीं हुआ और जब प्रेमिका के पिता ने एफआईआर की तो पुलिस की जांच पड़ताल में पूरी घटना का पर्दाफाश हो गया।

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