नयी दिल्ली। अभिनेता प्रतीक गांधी ने कहा कि लेखक-निर्देशक कुणाल खेमू का फिल्म ‘मडगांव एक्सप्रेस’ को लेकर नजरिए बेहद स्पष्ट था। गांधी ने कहा कि कुणाल को स्पष्ट था कि इसे दशर्कों के बीच कैसे पेश किया जाए। उनके किरदार के संवाद में ही शेर जैसी बेबाकी वाला अंदाज था। हालांकि कुणाल ने पोस्ट प्रोडक्शन में शेर के गुर्राने वाली आवाज उसमें जोड़ी।
गांधी ने कहा, ‘‘ मुझे विश्वास है कि कुणाल ने इसे बेहतरीन तरीके से पेश करने के लिए कई तरीके आजमाएं होंगे और शेर वाला अंदाज ही सबसे अच्छा लगा होगा।’’ इस फिल्म में गांधी मम्मी के दुलारे बेटे की भूमिका में हैं। उनका किरदार मादक पदार्थ खाने के बाद आत्मविश्वास से भरा एक बेबाक इंसान बन जाता है। कुणाल खेमू की बतौर निर्देशक यह पहली फिल्म है। मडगांव एक्सप्रेस ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन किया है और समीक्षकों से अभी इसे अच्छी प्रतिक्रिया मिली है।
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इसमें दिव्येंदु और अविनाश तिवारी जैसे कलाकार भी हैं। यह तीन दोस्तों की कहानी है जो बचपन से गोवा जाना चाहते हैं, लेकिन वहां पहुंचते ही वे मादक पदार्थ तस्करों और गुंडों के बीच में फंस जाते हैं। प्रतीक गांधी को स्कैम 1992: हर्षद मेहता स्टोरी सीरीज में निभाए उनके हर्षद के किरदार के लिए प्रशंसकों से काफी सराहना मिली थी। हाल ही में आई उनकी फिल्म दो और प्यार दो भी सफल रही थी। प्रतीक की फिल्म डेढ़ बीघा जमीन आज यानी शुक्रवार को ओटीटी मंच जियो सिनेमा पर रिलीज की गई है।