‘आशिकी’ फिल्म के प्रमुख किरदार राहुल रॉय आज अपना 59वां जन्मदिन मना रहे हैं। उनका जन्म 9 फरवरी 1966 को मुंबई में हुआ था। राहुल ने 90 के दशक में एक फिल्म करके लोगों के दिलों में ऐसी छाप छोड़ी कि आज भी लोग उनकी कमी महसूस करते हैं। रातों-रात सुपस्टार बने राहुल रॉय की किस्मत ने उनका साथ ऐसा छोड़ा कि वह दोबारा कामयाब नहीं हो पाए। लाइन से उनकी फिल्में पिटने लगी थीं। हालांकि एक वक्त आया था, जब डूबते को तिनका का सहारा मिला था। वह थी फिल्म ‘जुनून’ । यह उनकी दूसरी हिट साबित हुई थी।
महज 20 मिनट की मुलाकात में महेश भट्ट ने बनाया हीरो
राहुल रॉय की मां इंदिरा रॉय मैग्जीन में कॉलम लिखा करती थीं। एक दिन फिल्म डायरेक्टर महेश भट्ट मिलने उनके घर पहुंचे थे। तभी उनकी नजर दीवार पर टंगी राहुल रॉय की फोटो पर गई। महेश भट्ट ने पूछ लिया कि ये कौन हैं। तब इंदिरा ने बताया कि वह उनके बेटे हैं। राहुल महेश भट्ट को इतने पसंद आए कि उन्होंने उनको लॉन्च करने का मन बना लिया। इंदिरा ने भट्ट को बताया कि वह मॉडलिंग करते हैं। इतना सुनते ही वह बोल पड़े कि इन्हें वह जल्द ही फिल्मों में लाएंगे। और ऐसा उन्होंने जल्द कर भी दिया। 20 मिनट की इस मुलाकात से राहुल को फिल्म ऑफर हुई। 1990 में उन्होंने ‘आशिकी’ से राहुल रॉय ने डेब्यू किया और वह रातों-रात स्टार बन गए।
महेश भट्ट बने राहुल के लिए संकटमोचन
राहुल रॉय ने अपने करियर में अब तक 30 फिल्मों में काम किया। जिसमें से तीन-चार फिल्में छोड़कर बाकी सब फ्लॉप रहीं और वह दो तो फिल्में महेश भट्ट की ही देन थी, जिनसे इनके करियर को डूबने से बचाया। उन्होंने आशिकी के रिलीज के बाद तीन फिल्में की, लेकिन उन्हें वह कामयाबी नहीं मिली, जो डेब्यू फिल्म से उन्होंने हासिल की थी। इसी में महेश भट्ट उनके लिए सेवियर बनकर उभरे। उन्होंने ‘जुनून’ बनाने का फैसला किया और राहुल रॉय को कास्ट किया, जिसने उनके करियर को बड़ी सफलता दी। बता दें कि ये 1981 में एक हॉलीवुड फ़िल्म आई ‘एन अमेरिकन वेयरवुल्फ इन लंदन’ का हिंदी रीमेक थी। जिसमें राहुल रॉय इंसान से एक बाघ बन जाते थे
एकसाथ मिला था 60 फिल्मों का ऑफर
आशिकी हिट होने के बाद वह सुपरस्टार तो बन गए। कई महीने तक फिल्म थिएटर में हाउसफुल चलती रही। लेकिन करीब 6 महीने तक ऐक्टर घर में खाली बैठे रहे, उनके पास कोई काम नहीं था। एकबार फिर समय ने पलटी खाई और अचानक से उनको एक-दो नहीं बल्कि कुल 60 फिल्मों का ऑफर मिला था। हालांकि ऐक्टर ने उनमें से 49 फिल्में साइन की थी। और 3-3 फिल्में साथ में शूट किया करते थे। लेकिन समय मैनेज न कर पाने की वजह से उन्होंने 21 प्रड्यूसर्स के पैसे वापस कर दिए।
एक जैसे रोल मिलने के कारण बनाई बॉलीवुड से दूरी
अपनी फिल्मों में स्थिति देखते हुए राहुल रॉय ने बिग बॉस का हिस्सा बनने का फैसला किया। वे सीजन वन में यह आए और विनर बने। लेकिन उससे उनके करियर में कुछ इजाफा नहीं हुआ। उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया था कि इंडस्ट्री से वह स्टार और ऐक्टर बनने के लिए आए थे।30 साल के होने पर उन्होंने शादी का फैसला किया और फैमिली पर ध्यान देने का सोचा। उनका कहना था कि उस वक्त उनकी फिल्में भी सही काम नहीं कर रही थीं, और वह एक जैसे ही रोल कर रहे थे, जिससे उनके करियर की ग्रोथ रुक गई थी। शादी के बाद ऑस्ट्रेलिया शिफ्ट हो गए। इस वजह से बॉलिवुड में बने रहना थोड़ा मुश्किल हो गया था।