आईसी 814: कंधार हाईजैक, जो नेटफ्लिक्स पर सबसे ज्यादा देखा जाने वाला शो बना हुआ है, 1999 की घटना में शामिल आतंकवादियों की असली पहचान छिपाने के आरोप में विवादों में घिर गया है। सोशल मीडिया यूजर्स के एक वर्ग ने सीरीज के बहिष्कार की मांग भी की है, जबकि कास्टिंग डायरेक्टर मुकेश छाबड़ा ने रविवार को दावा किया था कि अपराधियों ने एक-दूसरे के लिए उपनामों का इस्तेमाल किया था और शो के लिए उचित शोध किया गया था।
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रिपोर्ट के मुताबिक, सीरीज में अपहरणकर्ताओं के हिंदू कोडनेम को लेकर विवाद खड़ा हो गया। विवाद के बीच, नेटफ्लिक्स इंडिया की कंटेंट चीफ मोनिका शेरगिल मंगलवार को सरकार द्वारा बुलाए जाने के बाद सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अधिकारियों के सामने पेश हुईं।
समन के बारे में पूछे जाने पर सरकारी सूत्रों ने कहा, “किसी को भी इस देश के लोगों की भावनाओं के साथ खेलने का अधिकार नहीं है। भारत की संस्कृति और सभ्यता का हमेशा सम्मान किया जाना चाहिए। किसी चीज को गलत तरीके से पेश करने से पहले आपको सोचना चाहिए। सरकार इसे बहुत गंभीरता से ले रही है।”
कंधार अपहरण क्या था
पांच आतंकवादियों इब्राहिम अतहर, सनी अहमद काजी, जहूर इब्राहिम, शाहिद अख्तर और सईद शाकिर ने उस साल 24 दिसंबर को काठमांडू से दिल्ली की उड़ान के दौरान आईसी-814 विमान का अपहरण कर लिया था।
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कम से कम 154 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों को आठ दिनों तक बंधक बनाकर रखा गया था और यह गतिरोध तब खत्म हुआ जब कट्टर आतंकवादी मसूद अजहर, उमर शेख और मुश्ताक अहमद जरगर को रिहा कर दिया गया और तत्कालीन विदेश मंत्री जसवंत सिंह उन्हें एक विशेष विमान से कंधार ले गए।
‘आईसी 814: द कंधार हाईजैक’ में विजय वर्मा, नसीरुद्दीन शाह, पंकज कपूर, मनोज पाहवा, कुमुद मिश्रा, अरविंद स्वामी, दीया मिर्जा और पत्रलेखा जैसे कई स्थापित कलाकार शामिल हैं।