महेंद्र दुबे, बलिया। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में फर्जीवाड़ा से पूर्वांचल में 6,802 बेटियों के हाथ पीले नहीं हो पा रहे हैं। विभागीय उदासीनता के चलते लक्ष्य के सापेक्ष महज 50 प्रतिशत ही लाभार्थियों को योजना का लाभ मिल सका है। चालू वित्तीय वर्ष में सामूहिक विवाह का आयोजन होने का आसार कम दिख रहा है। शासन स्तर से भी सत्यापन गंभीरता से करने का सख्त निर्देश जारी किया गया है। बलिया में 17 लोगों के जेल जाने के बाद अधिकारी भी सत्यापन करने में सावधानी बरत रहे हैं। लक्ष्य से कम हुई है शादियां बलिया सहित पूर्वांचल के 10 जिलों में शासन की ओर से 14,804 जोड़ों की शादी लक्ष्य मौजूदा वित्तीय वर्ष में दिया गया था। लेकिन अब तक महज 8,002 जोड़ों की ही शादी हो सकी है। फर्जीवाड़ा का मामला प्रकाश में आने के बाद बलिया में अब तक 300 से अधिक अपात्र मिल चुके हैं। सीयर में भी 80 अपात्रों से वापस कराया गया उपहार गड़बड़ी की चल रही जांच की आंच अब बेल्थरारोड में 17 जनवरी को हुए समारोह तक पहुंच चुकी है। बताया जा रहा है कि सीयर ब्लाक में 183 जोड़ों का विवाह हुआ था। गुपचुप जांच में अब तक 80 अपात्रों से उपहार के सामान वापस कराए जा चुके हैं। पूर्वांचल के जिलों सामूहिक विवाह के लिए मिले लक्ष्य की स्थिति जिला लक्ष्य – अब तक – हुई शादी बलिया – 1,640 – 1,220 आजमगढ़ – 2,251 – 1,188 गाजीपुर – 1,800 – 625 भदोही – 1,080 – 437 जौनपुर – 2,172 – 969 सोनभद्र – 1,182 – 768 मऊ – 1,301 – 875 चंदौली – 1,222 – 472 मीरजापुर – 1,456 – 1132 वाराणसी – 1,780 – 970 यह भी पढ़ें: Ballia Samuhik Vivah: सामूहिक विवाह के तीसरे आयोजन की तिथि टली, फर्जीवाड़े में 17 लोग गिरफ्तार; अधिकारी निलंबित