संवाद सूत्र, बलिया। राघोपुर-रसड़ा स्थित सेंट मैरी स्कूल में एक छात्र की चोटी (शिखा) काटने के मामले में शनिवार देर शाम प्रधानाध्यापक और कक्षाध्यापक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। हालांकि मुकदमे में दोनों के पदनाम का ही उल्लेख है। छात्र के पिता की शिकायत पर शिक्षकों को थाने बुलाया गया, लेकिन समझौता करा दिया गया। देर रात इंटरनेट मीडिया पर मामला प्रसारित होने और हिंदू संगठनों के विरोध के बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया है। रसड़ा के बनियाबांध निवासी कक्षा चार के छात्र के पिता ने तहरीर दी है कि दो मई को कक्षाध्यापक ने विद्यालय के नियम-कायदों का हवाला देकर उनके बेटे की शिखा कैंची से काट दी। हिदायत दी कि विद्यालय में तिलक लगाकर आना भी मना है। घटना की जानकारी होने पर उनकी पत्नी विद्यालय पहुंचीं तो प्रधानाध्यापक ने अभद्र भाषा का प्रयोग किया। विरोध कर हिंदू संगठनों ने की कार्रवाई की मांग घटना का पता चलते ही हिंदू संगठनों ने विरोध कर विद्यालय के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने दोनों पक्षों को कोतवाली बुलाया। पहले तो पुलिस ने कहा कि दोनों पक्षों में समझौता हो गया, लेकिन देर रात अज्ञात प्रधानाध्यापक व कक्षाध्यापक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया। सेंट मैरी स्कूल, राघोपुर की प्रधानाध्यापक मर्सी दास ने छात्र की शिखा काटे जाने के आरोप को नकारते हुए कहा कि यह विद्यालय को बदनाम करने की षडयंत्र है। जांच में सच्चाई सामने आ जाएगी। विद्यालय के प्रबंधक जान अब्राहम ने कहा कि मामला संज्ञान में है। इसकी जांच कराई जाएगी। मामले की विवेचना की जाएगी। घटना सही है अथवा नहीं, यह जानने के बाद जांच में जिसका भी नाम सामने आएगा, उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। – मो. फहीम कुरैशी, पुलिस क्षेत्राधिकारी, रसड़ा इसे भी पढ़ें: साइकिल से 26 किमी का सफर तय कर कोतवाली पहुंचे SP, मचा हड़कंप; IPS अधिकारी को देख बाल कटवा रहे सीओ बोले- जय हिंद