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कोर्ट में नौकरी के नाम पर ठगी, जजों के सिग्नेचर के स्कैन और मोहर का इस्तेमाल कर देते थे फर्जी अपॉइंटमेंट लेटर

 जागरण संवाददाता, बलिया : पुलिस ने अदालत में नौकरी दिलाने के नाम पर एक लाख रुपये में फर्जी नियुक्ति पत्र देने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए छह आरोपितों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह 100 से अधिक लोगों से एक करोड़ रुपये से अधिक की ठगी कर चुका है। गिरोह के दो सदस्य कचहरी में संविदा पर नौकरी करते हैं। आरोपित नियुक्ति पत्र पर स्कैन करके जिला जज का हस्ताक्षर और हाई कोर्ट की फर्जी मोहर का इस्तेमाल करते थे। उनसे 53 फर्जी नियुक्ति पत्र, लैपटाप और मोबाइल फोन बरामद हुआ है। कोतवाली पुलिस और साइबर सेल ने संयुक्त कार्रवाई में सोमवार रात बस स्टैंड के पास से बलिया के गड़वार के रतसड़ गांव निवासी जलाल अहमद, जुनैद अहमद व हिमांशु बरनवाल को गिरफ्तार किया। तीनों आरोपितों से पूछताछ के आधार पर मंगलवार को निहाल सिंह निवासी रामपुर, कोतवाली, हातिम उर्फ अब्दुल रहमान व सिरादुद्दीन उर्फ बंटी निवासी विशुनीपुर को काजीपुरा से पकड़ा गया। अपर पुलिस अधीक्षक दुर्गा प्रसाद तिवारी ने बताया कि हातिम और निहाल कचहरी में संविदा कर्मी हैं। इसका फायदा उठाकर जिला जज के हस्ताक्षर का फोटो मोबाइल फोन से खींच लेते। सिराजुद्दीन कंप्यूटर का जानकार है और फर्जी नियुक्ति पत्र वही तैयार करता था। इनके अन्य साथियों के बारे में पता लगाया जा रहा है। कोतवाल राजीव सिंह और साइबर सेल प्रभारी संजय शुक्ला ने बताया कि गिरोह लगभग एक साल से सक्रिय था। आरोपितों के लैपटाप में अलग-अलग फोल्डरों में अलग-अलग लोगों के नाम से 53 फर्जी नियुक्ति पत्रों का पीडीएफ मिला है।

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