संवाद सूत्र, सिकंदरपुर (बलिया)। लोकसभा चुनाव की घोषणा से पूर्व सभी राजनीतिक दल दांव खेलने लगे हैं। चेतन किशोर के मैदान में रविवार को सुभासपा की ओर से शोषित-वंचित जागरण महारैली का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में पहुंचे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि सबसे अधिक आबादी वाले उत्तर प्रदेश में अनुसूचित, वंचित व शोषित वर्ग को अभी तक उनका पूरा अधिकार नहीं मिल सका है। इसके लिए आवश्यक है कि संपूर्ण देश में एक समान शिक्षा व्यवस्था लागू की जाए। अमीर और गरीब की शिक्षा जब एक समान होगी तभी हक और अधिकार की लड़ाई भी अपने मंजिल तक पहुंचेगी। राजभर ने कहा, मैंने प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के सामने वंचित समाज के हक की बात की है। लोकसभा चुनाव के बाद पूर्वांचल राज्य का गठन किया जाएगा। उसके बाद आप सबका अपना मुख्यमंत्री होगा और आपकी सरकार बनेगी। जमीनों की वरासत सात दिनों के अंदर हो, इसकी मांग हमने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की है। उन्होंने इसके लिए आश्वासन भी दिया है। महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण दिलाने का दावा भी ओपी राजभर ने किया। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के गठबंधन पर कहा कि नौ बार गठबंधन किए, लेकिन सभी से अलग हो गए। हमने तो केवल दो बार ही गठबंधन किया है। इतने में ही उनकी स्थिति खराब होने लगी है। दावा किया कि प्रदेश में 80 की 80 सीट जीताकर नरेंद्र मोदी को एक बार फिर प्रधानमंत्री बनाएंगे। महारैली को अरविंद राजभर, अरुण राजभर, शेख अहमद अली, तुलसीराम राजभर, विनोद तिवारी, सुरेंद्र चौधरी, शक्ति सिंह, ममता राजभर आदि ने संबोधित किया। अध्यक्षता बिच्छेलाल राजभर व संचालन रजनीश श्रीवास्तव ने किया। सलेमपुर सीट को लेकर छलका दर्द सलेमपुर लोकसभा सीट भाजपा-सुभासपा गठबंधन में भाजपा के खाते में चली गई है। भाजपा ने इस सीट पर वर्तमान सांसद रवींद्र कुशवाहा को तीसरी बार प्रत्याशी घोषित किया है। सुभासपा के कार्यक्रम में यह दर्द भी छलका। सुभासपा के पार्टी अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर को उम्मीद थी कि यह सीट उनकी पार्टी को मिलेगी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। संबोधन के दौरान उन्होंने इसका खुलकर उल्लेख भी किया। इस पर कार्यक्रम में शामिल लोग भी कई तरह के कयास लगाने लगे। उन्होंने एक समाजसेवी की खुले मंच से सराहना करते रहे। सियासी गलियारों में उनके बयान को कई मायने लगाए जा रहे हैं। यह भी पढ़ें: ‘अयोध्या के बाद अब हमें मथुरा की ओर देखना पड़ेगा’, एमपी के सीएम मोहन यादव ने अखिलेश यादव को घेरा यह भी पढ़ें: UP News: सीएम योगी को बम से उड़ाने की धमकी, सुरक्षा मुख्यालय में तैनात हेड कांस्टेबल को आया था फोन