जागरण संवाददाता, बलिया। ददरी मेले के भारतेंदु मंच पर हरियाणा की लोक गायिका सपना चौधरी के लाइव शो में भारी संख्या में दर्शक उमड़े थे। सपना ने जैसे ही अपना डांस शुरू किया दर्शक भी झूमने लगे। बीच-बीच में भृगु बाबा की जय का जयकारा भी लग रहा था। गीतों के साथ डांस के धमाल ने कई बार भीड़ को बेकाबू कर दिया। पुलिस प्रशासन को भी कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। यह मेला 17 दिसंबर तक रहेगा। हालांकि, मेले की अवधि बढ़ाने के लिए नगरपालिका की ओर से जिलाधिकारी से अनुमति मांगी गई थी, लेकिन अवधि बढा़ने पर सहमति नहीं बनी। ऐसे में अब यह मेला तीन दिन और रहेगा। रात के कार्यक्रम में मंच पर लोकगायिका ने हरियाणवी अंदाज में मशहूर गाना घूंघट ओढ़ ले, तेरी अंखिया का वो काजल सहित कई प्रचलित गीतों पर जब डांस किया तो सभी दर्शक झूमने लगे। हालांकि, इस दौरान दर्शकों के बीच से भोजपुरी गीतों पर डांस की डिमांड की गई, लेकिन उन्होंने स्पष्ट रूप से मना कर दिया। कहा कि अब तक भोजपुरी गीत पर डांस नहीं किया है। इसके लिए क्षमा चाहती हूं। इस पर सभी दर्शक मान भी गए। सर्द रात में भी ग्रामीण क्षेत्रों से काफी संख्या में लोग पहुंचे थे। कार्यक्रम का शुभारंभ नगर पालिका अध्यक्ष संत कुमार गुप्ता उर्फ मिठाई लाल एवं सपना चौधरी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। मंच पर अन्य कलाकारों ने भी अपनी प्रस्तुति से लोगों का मनोरंजन किया। ददरी मेले की पुरनी परंपरा की सराहना की। सुरक्षा के मद्देनजर भारी संख्या में पुलिस फोर्स के साथ ही खुफिया विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे। कार्यक्रम की निगरानी सीसीटीवी कैमरे से भी की जा रही थी। अंतिम समय में हर क्षेत्र से मेले में पहुंच रहे लोग ददरी मेले के अंतिम समय में हर क्षेत्र से लोग पहुंच रहे हैं।गुरुवार को धूप निकलते ही मेले में लोगों की भीड़ बढ़ गई। सुबह से देर शाम तक भारी सख्या में लोग मेले में जमे रहे। विभिन्न प्रकार के सामानों की खरीदारी की। घरेलू सामान व गर्म कपड़े कंबल, स्वेटर व जैकेट के खरीदार अधिक दिखे। बहुत से लोग पौधों की भी खरीदारी कर रहे हैं। विभिन्न प्रकार के फूलों संग आम अमरूद व नींबू के भी पौधे खूब बिके। इस बार के मेले से नगरपालिका को आय कितनी हुई, यह अभी तक स्पष्ट नहीं किया गया है। यह भी पढ़ें: Sapna Choudhary: सपना चौधरी के कार्यक्रम को लेकर अलर्ट रही पुलिस, अंतिम चरण में पहुंचा कार्यक्रम हर साल पशु मेला और आमजन का ददरी मेला को मिलाकर 30 से 35 लाख तक की आय होती थी। इस साल लंपी वायरस को लेकर पशु मेला नहीं लगा था, लेकिन आमजन के मेले में पहले दिन से ही भीड़ हाेने लगी थी। यहां विभिन्न स्थानों की लगभग 500 दुकानें लगी हैं। बीच में बारिश को लेकर तीन दिन तक मेला बंद भी रहा, लेकिन मौसम ठीक होते ही फिर से सज गया। शहर के ई-रिक्शा चालकों की भी अच्छी कमाई हो रही है। यह भी पढ़ें: बलिया में दिल दहला देने वाली घटना: आग बबूला शख्स ने पत्नी और दो बेटों की हत्या कर शव बगीचे में फेंका, उसी बगीचे में लगा ली फांसी