जागरण संवाददाता, बलिया। Fake Marksheet: बैरिया क्षेत्र के कंपोजिट विद्यालय पर तैनात सहायक अध्यापिका राजकिशोरी सिंह की चार अलग-अलग जन्मतिथि होने और अंक पत्र में कूटरचना करने के मामले में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने मनीष कुमार सिंह ने सेवा समाप्त की दी है। यह कार्रवाई मार्च में रिटायर्ड होने से एक दिन पहले की गई। साथ ही आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए निर्देशित किया है। मुरारपट्टी के आनंद पाठक, बैरिया निवासी परशुराम मौर्य व चांदपुर के निवासी जयबहादुर सिंह ने फर्जीवाड़े की साक्ष्य सहित शिकायत शिक्षा विभाग के अधिकारियों से किया था। आराेप लगाया था कि सहायक अध्यापिका के प्रमाण पत्रों में चार अलग-अलग जन्म तिथि दर्ज हैं। शिक्षा अधिकारी से कराई गई मामले की जांच प्रकरण की जांच बैरिया के खंड शिक्षा अधिकारी से कराई गई थी। जांच के दौरान जब शैक्षणिक योग्यता का मूल अभिलेख मांगा गया तो सहायक अध्यापिका ने उसे प्रस्तुत नहीं किया। इसके बाद शिकायतकर्ता ने डा. लोहिया सीनियर बेसिक विद्यालय से जन सूचना का अधिकार के तहत सूचना प्राप्त की, जिसमें संबंधित विद्यालय के द्वारा तीन जन्म तिथि होने का स्थानांतरण प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया गया। साक्ष्य की पुष्टि के लिए जब सहायक अध्यापिका को खंड शिक्षा अधिकारी ने प्रस्तुत होकर अपना पक्ष रखने को कहा तो सहायक अध्यापिका ने सुनवाई में उपस्थित नहीं हुई। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी ने रिटायर होने के एक दिन पहले बर्खास्त कर दिया। इसके पहने वह सूर्यमुखा देवी प्राथमिक विद्यालय बैरिया, डा. लोहिया पूर्व माध्यमिक विद्यालय बैरिया, राधमोहन प्राथमिक विद्यालय बैरिया, प्रभावती कन्या जूनियर हाईस्कूल मधुबनी रानीगंज में प्रधानाध्यापक के पद भी कार्य किया गया है। प्रथम नियुक्ति मुरलीछपरा के टोला काशी राय में 27 वर्ष पहले हुई थी। एक करोड़ से अधिक ली है वेतन सहायक अध्यापिका ने अपने सवा काल में लगभग एक करोड़ से अधिक वेतन लिए हैं, लेकिन बेसिक शिक्षा अधिकारी की ओर से खंड शिक्षा अधिकारी को यह आदेश दिया गया है कि संबंधित पर मुकदमा दर्ज कराएं, लेकिन वेतन की रिकवरी के लिए कोई आदेश नहीं दिया गया है। अभी तक मुकदमा भी दर्ज नहीं हुआ है। इसके पहले भी छात्रवृत्ति के मामलों में भी गबन किया है। बलिया बीएसए मनीष कुमार सिंह के अनुसार, सहायक अध्यापिका के द्वारा अंकपत्र में कूटरचना कर नौकरी की जा रही थी। नियुक्ति तिथि से उनकी सेवा समाप्त कर दी गई है। आगे की कार्रवाई की जा रही है।