बलिया, जागरण संवाददाता। बलिया में तीन दिन से गंगा घटाव की ओर से हैं। इससे तटवर्ती लोग राहत महसूस कर रहे हैं, लेकिन सरयू में बढ़ाव जारी रहने के चलते संबंधित इलाके में बाढ़ की स्थिति बनने लगी है। हालांकि सरयू में भी धीमी गति से ही बढ़ाव हो रहा है। इस वजह से अभी गांवों में पानी प्रवेश नहीं किया है, लेकिन सुरेमनपुर के गोपाल नगर टांडी में कटान के मुहाने पर आए घरों के लोग खतरा देख अपना आशियाना उजाड़ने लगे हैं। बैरिया तहसील प्रशासन की ओर से सभी को सीमावर्ती उच्च प्राथमिक विद्यालय में रहने की व्यवस्था की गई है। बेल्थरा रोड में सरयू का जलस्तर अभी भी लाल निशान 64.01 से 55 सेमी ऊपर बह रहा है। गायघाट में गंगा का जलस्तर लाल निशान 57.615 से नीचे 56.990 मीटर पर चला गया है। सरयू से प्रभावित होने वाले गांवों में लिए जिला प्रशासन की ओर से जरूरी इंतजाम किए जा रहे हैं। छह तटवर्ती लोगों ने उजाड़ा अपना आशियाना सुरेमनपुर दियरांचल के गोपाल नगर टाड़ी गांव के सामने अभी भी कटान जारी है। भयभीत ग्रामीण अब अपना आशियाना उजाड़ कर अन्यत्र सुरक्षित स्थानों पर पलायन करने लगे हैं। सरयू कटान का रुख अब सीधे आबादी की ओर से हा गया है। गांव के जगजीवन यादव, सूर्य देव यादव, मैनेजर यादव, सुरेश यादव, महेश यादव, संतोष यादव सहित कुल छह लोगों ने अपना झोपड़ीनुमा आशियाना नदी तट से उजाड़कर जरूरी सामानों को सुरक्षित करने में जुटे हैं। आबादी की ओर से कटान शुरू होने से अन्य लोगों की मुश्किल भी बढती जा रही है। सिंचाई विभाग बाढ़ खंड की ओर से फ्लड फाइटिंग के तहत कार्य कराए जा रहे हैं, लेकिन कटान नहीं थम रहा है। लंबी दूरी में सरयू जगह बदल-बदल कर कटान रही है। यहां लगभग दो किमी लंबाई में कटान हो रहा है। कभी उपजाऊ खेतों की ओर तो कभी आबादी की ओर सरयू कटान तेज हो जा रहा है। आबादी को बचाने का हो रहा प्रयास सहायक अभियंता सिंचाई विभाग बाढ़ खंड के सहायक अभियंता अमृत लाल ने बताया कि गोपालनगर टांड़ी में सरयू कटान की स्थिति हर जगह से अलग है। नदी कभी खेतों की ओर तो कभी आबादी की ओर कटान करने लग रही है। आबादी को बचाने के लिए पूरा प्रयास किया जा रहा है, लेकिन नदी कब क्या करेगी, कहना मुश्किल है। आबादी की सीध में फ्लड फाइटिंग के तहत कटान रोकने का प्रयास जारी है। सरयू की हर स्थिति पर रखी जा रही नजर एसडीएम बैरिया के उपजिलाधिकारी आत्रेय मिश्र ने कहा कि सरयू की हर स्थिति पर नजर रखी जा रही है। गोरखपुर में राप्ती नदी का जलस्तर बढ़ रहा है। एक-दो दिन बाद सरयू का जलस्तर जिले में भी तेजी से बढ़ेगा। इसलिए गांव के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा गया था। जो लोग बाढ़ राहत केंद्र में शरण लिए हुए हैं उनका घर एकदम कटान के मुहाने पर है। बाढ़ राहत केंद्र पर हर सुविधा का ध्यान रखा जाएगा। दियारा क्षेत्र में सब्जी की फसल नष्ट मझौंवा गंगा के जलस्तर में कमी होने के कारण चैन छपरा, राजपुर एकौना, रेपुरा, रामगढ़ के बनिया टोला, सोनार टोला, सुधर छपरा, दुबे छपरा, गोपालपुर, उदई छपरा के लोग राहत महसूस कर रहे हैं। दियारा क्षेत्र में सब्जी के खेतों पर पानी प्रवेश करने के कारण किसानों की सब्जी की फसल नष्ट हो गई है। शहर के निचले इलाके में भी राहत गंगा का जलस्तर कम होने से शहर के निचले इलाके में भी लोग राहत महसूस कर रहे हैं। यहां लगभग 30 घर पानी से घिर गए थे। गंगा का जलस्तर कम होने से अब उन्हें राहत मिल रही हैं, हालांकि मोहम्मदपुर में 10 घरों पर कटान का खतरा मंडरा रहा है। पानी कम होने के बाद ही नदी में कटान तेज होता है। अभी कटान नहीं हो रहा है, लेकिन नदी का रूख कभी भी बदल सकता है।