सरयू और गंगा से चारों दिशाओं में जिला घिरा हुआ है। सात विधान सभा क्षेत्र, तीन लोकसभा क्षेत्र बलिया, सलेमपुर और घोसी में बंटा हुआ है जबकि बलिया लोकसभा क्षेत्र में तीन विधान सभा क्षेत्र फेफना, बलिया नगर और बैरिया के अलावा गाजीपुर के दो विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। इस सीट पर भाजपा दो बार से लगातार जीत हासिल कर रही है। वर्ष 2019 में भाजपा ने चेहरा बदल कर वीरेंद्र सिंह मस्त को मैदान में उतरा तो सपा के सनातन पांडेय को हराकर उन्होंने भाजपा को दूसरी बार विजय दिलाई। इनके कार्यकाल की सबसे बड़ी उपलब्धि रेल लाइन और ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे को स्वीकृत कराना है। इसके अलावा कई विकास परियोजनाओं की स्वीकृति भी दिलायी है। मंडुवाडीह-नई दिल्ली सुपर फास्ट ट्रेन और कामायनी एक्सप्रेस को बलिया तक विस्तार कराया और पुरानी परियोजनाओं को बजट अवमुक्त कराकर गति दी। कसक कुछ छोटी परियोजनाओं को लेकर रह गई है तो बिहार से सटा जनपद होने के कारण बेरोजगारों का पलायन एक मुद्दा है। पेश है बलिया से महेंद्र दुबे की रिपोर्ट… नजीर है सांसद आदर्श गांव सरया विकास खंड दुबहर का सरया गांव पूर्वांचल के अन्य ग्राम पंचायतों के लिए नजीर बन गया है। सांसद ने इस गांव को 2019-20 में गोद लिया था। इस गांव में सौर ऊर्जा से संचालित आरओ प्लांट और ओपेन जिम के अलावा शानदार सचिवालय एवं सामुदायिक भवन है। सांसद निधि से इस गांव में गेस्ट हाउस का भी निर्माण कराया गया है। सुरहाताल के पास होने और गांव की सुविधाओं की वजह से पर्यटन की संभावना भी अधिक है। इसे भी पढ़ें- गोरखपुर में देसी दुल्हनिया से ब्याह रचाने आया आइरिश दूल्हा, लोगों ने कहा- जोड़ी हो तो ऐसी सांसद निधि का उपयोग वीरेंद्र सिंह मस्त ने सांसद निधि से 200 से अधिक सामुदायिक भवनों के अलावा सोलर वाटर पंप व ओपन जिम का निर्माण कराया है। इसके अलावा इंटरलाकिंग सड़क आदि के निर्माण भी कराए गए हैं। घाटों का जीर्णोद्धार भरौली, महावीर और शिवपुर गंगा घाट की बनावट में सुधार को लेकर कई बार आंदोलन हुए। इसके बाद भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। इसके बाद भी घाटों की मरम्मत एवं जीर्णोद्धार नहीं हुआ तो सांसद ने केंद्रीय मंत्री से मुलाकात कर इस समस्या से अवगत कराया। केंद्रीय मंत्री ने भरौली, महावीर और शिवपुर घाट के जीर्णोद्धार के लिए 24 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी है। इसे भी पढ़ें- गोरखपुर में 31 दिन पारा रहेगा 40 के पार, गर्मी पड़ेगी अपरंपरार बेरोजगारों का पलायन रोकने का प्रयास बिहार से सटे जिले में रोजगार के लिए युवाओं का पलायन रोकने के लिए सांसद की ओर से बायो पेट्रोल उत्पादन प्रोत्साहन योजना द्वारा 200 करोड़ से पहला एथेनाल प्लांट का निर्माण कराया जा रहा है। तेल एवं खाद्य मंत्रालय की सहमति से बैरिया तहसील के ख्वासपुर में प्लांट के लिए दफ्तर एवं भूमि की बाउंड्री कराई जा चुकी है। शीघ्र ही प्लांट के उपकरण लगाने की तैयारी है। एथेनाल प्लांट में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष तरीके से युवाओं को रोजगार मिलेगा। वहीं, बिहार और यूपी को जोड़ने वाली रेल लाइन की स्वीकृति प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की ओर से दी गई थी। 50 वर्षों से इस रेल लाइन को लेकर आसपास के लोग संघर्षरत हैं। सांसद ने आरा से बलिया रेललाइन का काम शुरू कराने को हरी झंडी दिलाई। ऐसे हों मेरे सांसद नगवां निवासी अभिलाषा भट्ट ने कहा कि हमारे सांसद ने तो हमारी आकांक्षाओं को नया आयाम दिया है। पहले केवल एक तरह की मांग होती थी, बिजली, सड़क और पानी। हमारे सांसद की वजह से आज हम रोप वे, मेट्रो, सुपर स्पेशियलिटी हास्पिटल्स को देख रहे हैं। कुल मिलाकर जो हमें ऊंचे सपने देखना और उसे साकार करना सिखाए ऐसा, सांसद हमको चाहिए। बड़ी गैबी वीडीए कालोनी भूपेश शाही ने कहा कि हमारे सांसद ऐसे ही चाहिए जो जाति-धर्म या परिवार से ऊपर उठकर देश व पूरे समाज के विकास करे। युवाओं के लिए रोजगार सृजन करने वाला ही हमारा सांसद हों। साथ ही हमारे देश की संस्कृति व सांस्कृति विरासत को आगे बढ़ाने वाला भी होना चाहिए। काशी के विकास के पहिया को और आगे ले जाने वाले ही हमारे सांसद होंगे। इसे भी पढ़ें- गोरखपुर में बुलेट राजाओं पर पुलिस ने कसी नकेल, एक गलती और सीज हो जा रही गाड़ी भाजपा सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने कहा कि संसदीय क्षेत्र में समान रूप से कार्य करवाए हैं। खासकर दो ट्रेनों का परिचालन बलिया से कराने के अलावा आरा से बलिया रेल लाइन का भी काम कराया गया है। ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे पर भी काम तेजी से चल रहा है। सांसद का जो दायित्व होता है वह मैंने पूरी तरह से निभाया है। आम जनता के लिए मैं सहजता से उपलब्ध रहा। जनता की सेवा के लिए ही मैंने तीन स्थानों पर कार्यालय संचालित किया था। इस कार्यालय में जनता की समस्या का समाधान किया जाता रहा है। विपक्ष का रुख सपा नेता सनातन पांडेय ने कहा कि सांसद सिर्फ केंद्र सरकार की योजनाओं तक सिमटे रहे। गांव की अधिसंख्य सड़कें खराब हैं। ग्रामीणों का चलना मुश्किल हो गया है। पलायन को रोका नहीं जा सका। केंद्र सरकार की योजना का जितना लाभ ग्रामीणों को मिलना था वह नहीं मिला। विकास को जो गति मिलनी चाहिए वह नहीं मिली। आम जनता की राय बहादुरपुर निवासी उमेश उपाध्याय ने कहा कि रोजगार को लेकर विशेष कार्य किया जाना चाहिए था। ग्रामीण विकास के मामले में अपेक्षित कार्य नहीं कराए जा सके हैं। अधिसंख्य सड़कें अब भी जर्जर स्थिति में हैं। रेल और एक्सप्रेसवे की स्वीकृति मिलने से जिले की कनेक्टिविटी बढ़ी है। इससे किसानों के साथ ही साथ स्थानीय व्यापारियों को राहत मिलेगी। सिंहाचवर निवासी किसान सूर्यमन वर्मा ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में सांसद द्वारा किए गए कार्यों की जानकारी नहीं मिल पाती है लेकिन दो ट्रेनों का परिचालन सांसद ने कराया है। यह एक ऐतिहासिक कार्य हुआ है। सांसद भी लगातार क्षेत्र में लोगों से मिलते रहते हैं। हां, यह जरूर है कि उनकी निधि से जो कार्य कराए जा रहे हैं उसकी जानकारी गांव के लोगों को होनी चाहिए।