जागरण संवाददता, बलिया। सूरत से छपरा जाने वाली डाउन ताप्ती गंगा एक्सप्रेस (19045) की एक बोगी से शनिवार की शाम करीब पांच बजे धुएं का गुबार उठने लगा। इससे यात्रियों में हड़कंप मच गया। किसी यात्री ने सूझबूझ से काम लेते हुए चेन पुलिंग कर ट्रेन रोक दी। इसके बाद सभी यात्री ट्रेन की बोगियों से नीचे उतर गए। इस दौरान अफरा-तफरी का माहौल रहा। ट्रेन लगभग एक घंटे तक खड़ी रही। यह खबर देखते ही देखते जंगल में आग की तरह फैल गई। यह घटना पूर्वोत्तर रेलवे के मऊ-बलिया रेलखंड के कटियारी रेलवे क्रासिंग के समीप शाम चार बजकर 45 मिनट पर गेट संख्या 20 बी के पश्चिमी छोर के पास बोगी का ब्रेक जाम हो गया। चारों ओर धुआं ही धुआं नजर आने लगा। यात्री ने ट्रेन रोकी तो लोको पायलट और गार्ड ने गड़बड़ी का पता लगाया। इस दौरान यात्री बोगियों से कूदने लगे। कुछ लोगों को हल्की चोटें भी आईं। काफी मशक्कत के बाद ब्रेक ठीक कर लिया गया। इसके बाद पौने सात बजे के करीब ट्रेन रवाना हुई। शाम छह बजे रसड़ा स्टेशन पहुंचने पर तकनीकी टीम ने जांच-पड़ताल की। लोको पायलट और गार्ड की सूझ-बूझ से बड़ा हादसा होते-होते बच गया। इस घटना से रेल यातायात पर कोई विशेष प्रभाव नहीं पड़ा। ट्रेन के गार्ड एस यादव ने बताया कि ब्रेक जाम हो जाने के कारण जनरल बोगी में तेजी से धुंआ निकलने लगा। इसकी सूचना पर ट्रेन के चालक ने संपर्क किया और कटियारी रेलवे क्रासिंग के पास ट्रेन रोक दी गई। सभी यात्री सुरक्षित हैं। यात्री राजकुमार व शिवम ने बताया कि जनरल बोगी में अचानक धुंआ निकलने से यात्रियों में भगदड़ की स्थिति पैदा हो गई।