जागरण संवाददाता, बलिया। बलिया में 25 जनवरी को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत 568 कन्याओं का विवाह कराया गया था। जब समारोह चल रहा था, उसी समय एक युवक वहां दर्शक के रूप में मौजूद था। अधिकारियों ने उसका ऑनलाइन पंजीयन कराया और दूल्हा बना दिया। यह प्रकरण जब इंटरनेट मीडिया में आया तो जांच शुरू हुई। पढ़िए… फर्जीवाड़े की पूरी कहानी पिछले छह दिनों में ऐसे 275 लाभार्थियों को चिह्नित किया गया है जो अपात्र थे, लेकिन योजना के तहत मिलने वाली धनराशि और उपहार के लिए अधिकारियों ने खेल कर उनका विवाह करा दिया। अब ऐसे आठ लाभार्थियों और एक सहायक विकास अधिकारी (समाज कल्याण) सुनील कुमार यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। बुधवार को समाज कल्याण निदेशक ने सहायक विकास अधिकारी को निलंबित कर दिया है। कई लोगों को पता ही नहीं था कि उनकी शादी हो गई। जांच टीम जब सामान वापस कराने के लिए पहुंची तो वह चौंक गए। प्रकरण विकासखंड मनियर का है। आयोजन के दिन से ही विवाहिताओं द्वारा दोबारा लाभ लेने के लिए सामूहिक विवाह समारोह में बैठने का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित होने लगा। इसकी जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित की गई। दुल्हन समेत आठ पर लगी धाराएं जांच टीम ने मनियर ब्लाक के सुलतानपुर, ककरघट्टा खास एवं मानिकपुर में आठ अपात्रों को चिह्नित कर लिया। समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण के निर्देश पर आरोपी अधिकारी व सभी आठ अपात्र लाभार्थियों (दुल्हन) के खिलाफ धारा 419, 420 और 409 के तहत मुकदमा भी दर्ज कराया गया है। लापरवाही पर खंड विकास अधिकारी बेरूआरबारी, बांसडीह, रेवती और मनियर से जवाब तलब किया गया है। जिलाधिकारी ने बताया कि जितने लोग अपात्र मिले हैं और जो अधिकारी व कर्मचारी दोषी मिलेंगे उनका नाम विवेचना में शामिल कर लिया जाएगा। अभी एक और सहायक विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत अधिकारी पर कार्रवाई की जाएगी। आरोपी सुनील यादव को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। सीडीओ 20 जिला स्तरीय अधिकारियों की टीम लगाकर प्रत्येक विवाहिता का सत्यापन करा रहे हैं। बेरूआरबारी में 133 में 86, बांसडीह में 125 में 54, रेवतरी में 136 में 50 और मनियर ब्लाक में 174 में 85 लाभार्थी अपात्र मिले हैं। अपात्रों से उपहार में दिए गए सामान मंगाकर विकासखंड मुख्यालय में रखवा दिया गया है। भाजपा की हर योजना भ्रष्टाचार करने के लिए ही बनती है: अखिलेश सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बलिया की घटना को लेकर प्रदेश सरकार को घेरा है। बुधवार को इंटरनेट मीडिया एक्स पर किए गए पोस्ट में उन्होंने लिखा कि बलिया में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत भाजपाई भ्रष्टाचार की अजीब धांधली सामने आई है, जहां पैसे का लालच देकर युवाओं को झूठ-मूठ का दूल्हा बनाया गया। ये प्रदेश की लड़कियों के साथ धोखा है और भावनाओं के साथ खिलवाड़ भी। यह भी कहा कि भाजपा की हर योजना भ्रष्टाचार के लिए ही बनती है। यह भी पढ़ें: भाकियू का मेरठ के गंगानगर थाने पर प्रदर्शन यह भी पढ़ें: UP Assembly Session: कल से शुरू होगा विधानसभा सत्र, बदली रहेगी यातायात व्यवस्था