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Health Tips: कंप्यूटर से तेज दौड़ने लगेगा दिमाग, इन 5 न्यूट्रिएंट्स को डाइट में करें शामिल, ब्रेन फॉग से मिलेगी निजात

बढ़ती उम्र के साथ ही यददाश्त कमजोर होना और फोकस में कमी होना एक आम समस्या होती है। लेकिन अगर आप कम आयु में ही चीजों को भूलने लगे हैं। कुछ समझने या ध्यान केंद्रित करने में समस्या होती है। तो यह ब्रेन फॉग के लक्षण हो सकते हैं। बता दें कि यह एक तरह का मानसिक विकार होता है। इस बीमारी में व्यक्ति को प्लानिंग करने, चीजों को रखकर भूलने, किसी चीज को याद रखने व भाषा समझने में परेशानी होती है। 
इस समस्या पीड़ित व्यक्ति को नींद न आना, चिड़चिड़ापन, फोकस में परेशानी, मूड स्विंग, सिरदर्द और चिंता आदि जैसी समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है। इसे जड़ से सही करने के लिए अपनी डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव करना बेहद जरूरी होता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक ऐसे कई पोषक तत्व हैं, जो मानसिक स्वास्थ्य में सुधार लाने के साथ ही ब्रेन फॉग की समस्या में फायदेमंद होंगे। आइए जानते हैं कि ब्रेन फॉग की समस्या से छुटकारा पाने के लिए आपको कौन-कौन से न्यूट्रिएंट्स अपनी डाइट में शामिल करने चाहिए।
एंटीऑक्सीडेंट्स
हमारे मस्तिष्क कोशिकाओं को ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाने में एंटीऑक्सीडेंट्स मदद करते हैं। इसके अलावा एंटीऑक्सीडेंट्स मस्तिष्क के संज्ञानात्मक कार्य को संरक्षित करने में भी मददगार होता है। इस समस्या से बचने के लिए आपको अपनी डाइट में मेवे, बीज नींबू, ब्रोकली, अंडा, मछली, ब्राउन राइस, जामुन, खट्टे फल, बींस, तरबूज, अंगूर, सेब और शिमला मिर्च आदि को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।
ओमेगा-3 फैटी एसिड
दिमाग को स्वस्थ रखने के लिए ओमेगा-3 फैटी एसिड एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है। यह मस्तिष्क की सूजन को कम करने के साथ ही याददाश्त और एकाग्रता में सुधार लाने में सहायक होता है। इसके सेवन से आपको चिंता और अवसाद के लक्षणों में कमी देखने को मिलती है। इसके लिए आप अपनी डाइट में नट्स, बीज, सोयाबीन, सैल्मन मछली आदि को शामिल कर सकते हैं।
कोलिन
बता दें कि शरीर में एसिटाइलकोलाइन का उत्पादन करने के लिए कोलिन जरूरी होता है। यह एसिटाइलकोलाइन एक तरह का न्यूरोट्रांसमीटर है। जो मूड सुधारने, मांसपेशियों पर नियंत्रण, मेमोरी बूस्ट करने और तंत्रिका तंत्र के अन्य कार्यों के लिए बेहद जरूरी होता है। इसलिए आपको अपनी डाइट में गुर्दे, अंडा और सोया आदि को शामिल करना चाहिए। 
विटामिन-बी
मस्तिष्क और तंत्रिका के कार्यों के लिए विटामिन-बी एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है। यह मूड को सुधारने के साथ ही संज्ञानात्मक प्रक्रियाओं को कंट्रोल करने वाले न्यूरोट्रांसमीटर को रेगुलेट करने में अहम भूमिका निभाता है। एक रिसर्च के अनुसार, यदि शरीर में विटामिन-बी 12 की कमी होती है, तो वह डिप्रेशन और तनाव का शिकार हो सकता है। इसलिए ब्रेन फॉग की समस्या से निजात पाने के लिए आपको विटामिन-बी युक्त फूड्स, जैसे हरी सब्जियों, ओट्स, मशरूम, ब्रोकली, साबुत अनाज, दही, अंडा, पनीर और दूध का सेवन करना चाहिए।
मैग्नीशियम 
मैग्नीशियम का सेवन ब्रेन फॉग की समस्या में फायदेमंद साबित हो सकता है। मैग्नीशियम तंत्रिका संचरण में बेहद अहम भूमिका निभाता है। यह ब्लड वेसल्स को आराम देने में सहायक हो सकता है। इससे मस्तिष्क में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ावा मिलता है। वहीं मैग्नीशियम की कमी होने से तनाव और मस्तिष्क से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इसके लिए आपको मेवे, बीज, साबुत अनाज और पत्तेदार सब्जियों को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए।

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