Breaking News
-
थाईलैंड 1 जनवरी, 2025 से भारत में एक इलेक्ट्रॉनिक यात्रा प्राधिकरण (ईटीए) प्रणाली शुरू करेगा।…
-
सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना के शतक के बावजूद भारत को तीसरे और अंतिम महिला एकदिवसीय…
-
दक्षिणी चीन के शेनझेन शहर के एक समृद्ध इलाके में एक आवासीय ऊंची इमारत में…
-
अफगान तालिबान के शरणार्थियों के लिए कार्यवाहक मंत्री खलील रहमान हक्कानी देश की राजधानी काबुल…
-
नयी दिल्ली । खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि सरकार संसद के बजट सत्र…
-
भारत और कनाडा के बीच चल रहे राजनयिक विवाद के बीच, एक कनाडाई समाचार रिपोर्ट…
-
काहिरा । उत्तरी गाजा पट्टी में इजराइल द्वारा रात भर किए गए हमले में कम…
-
लाहौर । पाकिस्तानी सेना के खिलाफ सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार करने के आरोप में 150…
-
न्यूजीलैंड के पूर्व बल्लेबाज लू विंसेंट ने खुलासा किया है कि 2000 के दशक के…
-
रूस से भारत के लिए कई बड़ी खबरें आ रही हैं। भारत के रक्षा मंत्री…
मोमोज आज भारत भर में ऐसी डिश बन चुकी है जो हर जगह उपलब्ध होने लगी है। अपने शानदार टेस्ट के कारण नेपाल के पहाड़ों से निकलकर अब भारत के अधिकतर राज्यों के शहरों की गलियों में ये डिश पहुंच चुकी है। अधिकतर जगहों पर इसने अपने पैर पसार लिए है।
शाम होने तक सड़कों पर कई जगहों पर मोमोज के स्टॉल दिखते है। मगर जितना इस डिश का क्रेज युवाओं में है ये सेहत पर उतनी ही घातक भी है। यहां तक की मोमोज की वजह से गोपालगंज में एक व्यक्ति की जान भी चली गई है, क्योंकि उसने मोमोज खाए थे। युवक की मौत को लेकर डॉक्टरों ने बताया कि युवक की मौत के पीछे कारण सिर्फ मोमोज ही थे। दरअसल युवक ने काफी अधिक मोमोज खाए थे जिस कारण उसकी मौत हो गई है।
जानकारी के मुताबिक गोपालगंज में दोस्तो में शर्त लगी थी कि युवक को 150 मोमोज खाने होंगे। शर्त को पूरा करने के लिए युवक मोमोज खाने के दौरान ही सड़क पर बेहोश होकर गिर गया। उसे लोग अस्पताल लेकर गए जहां डॉक्टरों को पता चला कि युवक के गले में मैदा और सब्जी फंस गया था और इस कारण युवक का गला चोक हो गया था। यही युवक की मौत का कारण भी बना।
गौरतलब है कि स्ट्रीट फूड के तौर पर मिलने वाले मोमोज अगर अधिक मात्रा में खाए जाएं तो ये व्यक्ति की सेहत को अधिक मात्रा में नुकसान पहुंचा सकते है। बता दें कि अगर कोई भी फूड जरुरत से अधिक मात्रा में खाया जाए तो शरीर की क्षमता पर असर कर सकता है। इससे सांस लेने में परेशानी हो सकती है। ये शरीर में ऑक्सीजन की सप्लाई को रोक सकता है जिससे व्यक्ति की जान को खतरा हो सकता है। कई मामलों में देखा जाता है कि जब कोई व्यक्ति ओवर ईटिंग करता है तो सांस लेने में काफी परेशानी होती है। अधिक खाना खाने से मल्टीपल ऑर्गन फेलियर भी होता है, जिससे मौत हो सकती है।
जानें डिश के बारे में
बता दें कि मोमोज 600 वर्ष पुरानी डिश है। आज के समय में मोमोज भले ही देश के कोने कोने में पहुंच चुका है मगर मूल रूप से ये अरुणाचल प्रदेश के मोनपा और शेरदुकपेन जनजाति के खान पान का अहम हिस्सा है। ये इलाका नेपाल और तिब्बत से बिलकुल लगा हुआ है। पारंपरिक तौर पर मोमोज को कीमा, मांस, आलू, लीक से मिलाकर तैयार करते है। हालांकि अब इसकी कई तरह की वैरायटी मार्केट में उपलब्ध है।
हो सकती है ये परेशानियां भी
रोज मोमोज खाना भी सेहत के लिए काफी नुकसानदायक होता है क्योंकि ये डायबिटीज होने का खतरा बढ़ाता है। मैदा खाने से डायबिटीज बढ़ सकती है। मोमोज का आटा बनाने में भी केमिकल का उपयोग होता है जिससे ये अधिक नुकसानदायक होती है।
पाइल्स की परेशानी
मोमोज में मैदा होने के कारण ये पाइल्स की परेशानी दे सकता है। मोमोज के साथ तीखी चटनी खाई जाती है जो सेहत के लिए अच्छी नहीं होती है। ऐसे में इसका सेवन करने से बचना चाहिए।
कब्ज की होगी दिक्कत
मोमोज खाने से कब्ज की परेशानी भी हो सकती है। इसके पीछे भी मुख्य कारण मैदा होता है, जो आंतों में चिपकता है। इसका रोज सेवन करने से बचना चाहिए।