हर महिला के लिए मां बनना दुनिया का सबसे खूबसूरत अनुभव होता है। इस प्रक्रिया में महिला के शरीर ने काफी कुछ बर्दाश्त किया होता है। लेकिन बच्चे के जन्म मां का पूरा ध्यान खुद से हटकर बच्चे के लिए शिफ्ट हो जाता है। इस दौरान डिलीवरी के बाद किसी भी महिला को खुद का ध्यान रखने में लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए।
आपको बच्चे के साथ-साथ खुद पर भी ध्यान देना चाहिए। इसीलिए डिलीवरी के बाद 40 दिनों तक मां और बच्चे की गहन देखभाल की जाती थी। लेकिन आजकल की बिजी लाइफस्टाइल में अधिकतर माएं सुपर मॉम बनना चाहती हैं। ऐसे में जरूरी है कि पोस्ट डिलीवरी के बाद आप अपनी केयर पर भी ध्यान दें। आज इस आर्टिकल में हम आपको बताने जा रहे हैं कि किस तरह के पोस्ट डिलीवरी के बाद 40 दिन महिलाएं अपना ध्यान रख सकती हैं।
इसे भी पढ़ें: Health Tips: जीभ पर नजर आएं काले धब्बे तो ना करें अनदेखा, इन बीमारियों की ओर हो सकता है संकेत
न बनें सुपर वूमेन
डिलीवरी के बाद महिलाओं के शरीर में कई बदलाव आते हैं। इन बदलावों का कई बार आपकी सेहत पर भी बुरा असर पड़ सकता है। वहीं जो महिलाएं पहली बार मां बनी होती हैं। उन्हें इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होती है कि डिलीवरी के बाद उन्हें किस तरह से अपना ख्याल रखना है, क्या करना है, क्या खाना है और किस तरह की एक्सरसाइज करनी चाहिए।
डाइट पर दें ध्यान
डिलीवरी के बाद मां के शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं। वहीं मां बच्चे को दूध भी पिलाती हैं, ऐसे में महिलाओं को अपनी डाइट का खास ख्याल रखना चाहिए। इस दौरान डाइट में प्रोटीन और कैल्शियम वाली चीजों को शामिल करना चाहिए। वहीं डॉक्टर द्वारा दी गई सप्लीमेंट्स भी समय-समय पर लेती रहें। ऐसा नहीं करने पर आपका शरीर कमजोर हो सकता है। साथ ही पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन जरूर करें।
आराम है जरूरी
किसी भी महिला के लिए एक बच्चे को जन्म देना सबसे कठिन काम है। डिलीवरी के बाद पहले सप्ताह में भरपूर आराम करना चाहिए। इसलिए जब भी आपका बच्चा सो जाए तो आप भी उस दौरान आराम करें या फिर नींद लेने की कोशिश करें। यह आपको जल्दी ठीक होने में मदद करेगा।
ना उठाएं भारी सामान
डिलीवरी के बाद बच्चे के वजन से ज्यादा भारी सामान उठाने से बचना चाहिए। अगर आपकी सी-सेक्शन में डिलीवरी हुई तो आपके लिए सबसे अहम है कि आप भारी सामान ना उठाएं। क्योंकि ज्यादा भारी सामान उठाने से आपके पेट पर जोर पड़ सकता है।
हाइजीन का रखें खास ख्याल
आपको भले ही यह एक छोटी सी बात लगे, लेकिन आप बार-बार अपने हाथों को धोती रहें। इस दौरान हाइजीन का विशेष ध्यान रखना जरूरी होता है। फिर चाहे बाथरूम जाने के बाद, बच्चे का डायपर बदलने के बाद या फिर बच्चे को दूध पिलाने से पहले भी अपने हाथों को धोना ना भूलें।
ज्यादा सीढ़ियां ना चढ़ें
डिलीवरी होने के पहले सप्ताह में सीढ़ियां चढ़ना बिलकुल इग्नोर करें। हांलाकि बाद में रोजाना सीढ़ियां चढ़ने व उतरने की संख्या को सीमित रखना चाहिए। क्योंकि किसी भी तरह की फिजिकल एक्टिविटी या फिर प्रेशर आपकी रिकवरी को धीमा कर सकता है।
बच्चे की ना करें हाइपर केयर
डिलीवरी के कुछ हफ्तों तक खुद का और बच्चे का शेड्यूल और जरूरतों को सीखना काफी मुश्किल होता है। ऐसे में जरूरी नहीं है कि आप बच्चे को हर दिन नहलाएं। बच्चे को रोजाना नहलाने की बजाय आप गीले कपड़े से भी उसका चेहरा, हाथ और डायपर क्षेत्र रोजाना साफ कर सकती हैं। वहीं ऐसा करने से आप का समय भी बचेगा।
सीमित रखें लोगों से मिलना
डिलीवरी के बाद लोग आपके पास आएंगे आपके बच्चे से मिलना चाहेंगे। ऐसे में डिलीवरी के कुछ सप्ताह के लिए लोगों का मिलना-जुलना सीमित कर दें। क्योंकि इस दौरान आपको अपने नए बच्चे के नए जीवन के साथ तालमेल बिठाना होता है। ऐसे में लोगों का अधिक मिलना-जुलना आपको प्रभावित कर सकता है।
सेक्स करने से बचें
डिलीवरी के बाद से अपनी पहली चेकअप अपॉइंटमेंट के बाद तक किसी भी तरह के सेक्स से बचना चाहिए। क्योंकि बच्चे के जन्म के बाद किसी भी महिला के शरीर को ठीक होने के लिए समय की आवश्यकता होती है। इसलिए सेक्स करने के लिए कुछ सप्ताह का इंतजार करना भी शरीर के आराम का एक प्रोसेस होता है।