श्रावण के महीने को भगवान शिव का प्रिय महिना माना जाता है, जिसमें महादेव के पूजन, आराधना का विशेष महत्व होता है। भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए सावन में श्रद्धालु उपवास, पूजन, अभिषेक करते है। इस महीने में भगवान शिव की उपासना करने से भक्तों के सभी कष्ट दूर होते है।
भगवान शिव के पूजन में कई तरह की सामग्री का उपयोग किया जाता है। इसमें भांग, धतूरा, शहद, दही, दूध, जल, चावल के अलावा बेल पत्र सबसे अहम होता है। बेल पत्र खास तरह का पत्ता होता है जिसे शिव पूजन में उपयोग किया जाता है। इसका शिव पूजा में विशेष महत्व है। भगवान शिव को बेल पत्र चढ़ाने से भोले बाबा जल्दी प्रसन्न होते है।
बता दें कि बेल पत्र भगवान शिव को चढ़ाने के अलावा स्वास्थ्य के लिहाज से भी काफी अहम है। बेल पत्र को हिंदू धर्म में काफी पवित्र माना जाता है। बेल के पेड़ को भगवान शिव का स्वरूप माना जाता है और सावन के पवित्र महीने के दौरान इसकी पत्तियों का विशेष महत्व है। यह भक्तों को नकारात्मक ऊर्जाओं और बुरी शक्तियों से बचाता है। बेल पत्र के अलावा बेल के फल का भी काफी अहमियत बताई गई है। बेल के पेड़ पर लगने वाली पत्तियों और फल को काफी सात्विक और पवित्र माना जाता है। माना जाता है कि भगवान शिव को बेल पत्र अर्पित करने से मन, शरीर और आत्मा शुद्ध और शुद्ध हो जाते हैं। इसके अलावा, सावन के दौरान बेल पत्र के सेवन से कई स्वास्थ्य लाभ भी होते है।
बता दें कि बेल पत्र की एक पत्ती में तीन पत्तियां होती है, जिससे भगवान शिव का पूजन होता है। इसकी एक पत्ते में समाई तीन पत्तियां भगवान शिव की तीन आंखों का प्रतिनिधित्व करती है। भगवान शिव की तीन आंखें ज्ञान, निर्णय लेने और कार्रवाई से संबंधित है। गौरतलब है कि बेल के पत्तों में कई औषधीय गुण होते है। बेल पत्र में शुद्ध करने वाले गुण होते हैं।
जानते हैं बेल पत्र के स्वास्थ्य लाभ
लिपिड्स इन हेल्थ एंड डिजीज में प्रकाशित 2018 के एक अध्ययन के अनुसार, बेल पत्र के अर्क में एल्कलॉइड्स, इमोडिन, फेरिक क्लोराइड, लेड एसीटेट, जिलेटिन, फेनोलिक्स जैसे तत्व होते है। ये सभी तत्व औषधीय गुणों से भरपूर होते है। स्टडी में सामने आया है कि बेल पत्र के अर्क आमतौर पर दवा कंपनियों द्वारा आधुनिक और प्रभावी दवाएं बनाने के लिए उपयोग किया जाता है। बेल पत्र को जूस या अर्क के तौर पर सेवन में लाया जा सकता है।
– पाचन में मददगार : बेल पत्र का सेवन करने से पाचन में सुधार होता है। ये कब्ज से राहत देने में मददगार है। पाचन एंजाइमों के स्राव को बढ़ावा देकर और मल त्याग को आसान बनाकर ये कई गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल विकारों को ठीक करता है।
– श्वसन स्वास्थ्य : बेल की पत्तियों का उपयोग श्वसन स्वास्थ्य को सुधारने में किया जाता है। ये श्वसन नली में सूजन को कम करके, श्वसन पथ को शांत करते है। इसके उपयोग से श्वसन पथ का जमाव होता है जिससे खांसी, सर्दी और अस्थमा जैसी श्वसन समस्याओं में राहत मिलती है।
– कूलिंग प्रभाव : बेल पत्र शरीर पर शीतल प्रभाव डालता है। इसका सेवन करने से शरीर की गर्मी कम होता है। ये हीटस्ट्रोक को रोकता है। इसका सेवन करने से गर्मियों और मॉनसून के दौरान होने वाली बीमारियों से राहत मिल सकती है।
– डिटॉक्सिफाई : बेल पत्र शरीर से विषाक्त पदार्थों को खत्म करने में सहायक है। ये शरीर के खून को साफ करता है और लिवर को काम करने में मदद करता है। इसके सेवन से शरीर अच्छे से डिटॉक्सिफाई होता है।
– एंटी इंफ्लेमेट्री प्रॉपर्टीज : बेल के पत्तों में टैनिन होता है जिससे सूजन कम करने में मदद मिलती है। ये गठिया, जोड़ों के दर्द और सूजन से संबंधित समस्याओं में राहत दिलाता है।
– इम्यूनिटी करे बूस्ट : बेल पत्र में विटामिन सी उच्च मात्रा में होता है जिससे ये इम्यूनिटी को मजबूत करता है। संक्रमण के खिलाफ शरीर की रक्षा को बढ़ाता है। इसके सेवन से स्वास्थ्य में सुधार होता है।
– एंटी माइक्रोबायल इफेक्ट : बेल के पत्ते उपयोग करने से हानिकारक बैक्टीरिया, वायरस का विकास नहीं होता है। इसके सेवन से कई तरह के माइक्रोबियल संक्रमणों से बचाव होता है।
– एंटी ऑक्सीडेंट से भरपूर : विटामिन सी के अलावा बेलपत्र में फ्लेवोनोइड और फेनोलिक कंपाउंड के अलावा एंटी ऑक्सीडेंट्स ह ोते है। ये ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने, हृदय रोग और कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा कम करने में सहायक है।
– ब्लड प्यूरिफायर : बेल के पत्तों का सेवन करने से ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है। ये शरीर से टॉक्सिन बाहर निकालने में मददगार है। इसके सेवन से ब्लड प्रेशर सामान्य होता है। रक्त संबंधी विकारों को ठीक करने में सहायक सिद्ध होता है।
– न्यूट्रिशनल वैल्यू : बेल पत्र में विटामिन ए, सी और बी कॉम्प्लेक्स भरपूर मात्रा में होता है। इसमें कैल्शियम, पोटैशियम और फोसफोरस जैसे मिनरल्स पाए जाते है। इसमें फाइबर की अच्छी मात्रा होती है जिससे ये पूरे स्वास्थ्य के लिए काफी उपयोगी साबित होता है।