आँखे शरीर का सबसे कोमल हिस्सा है और बात अगर छोटे शिशु की आँखों की हो तब तो माता-पिता की परेशानी बढ़ जाती है। ठण्ड के मौसम में शिशु की आँखों से पानी आना और सूजन एक सामान्य समस्या है जो अधिकांश शिशुओं में देखी जा सकती है। इसका कारण एलर्जी, ठण्ड लगना और गन्दगी हो सकती है। शिशु की आँखों को गंदे हाथों से छूना भी आँखों के इंफेक्शन का कारण हो सकता है। अगर घर में कोई पालतू जानवर है तो उसके इफेक्शन से शिशु की आँखों में सूजन हो सकती है। आइये जानते है शिशुओं की आँखों में सर्दियों के मौसम में सूजन और संक्रमण के क्या कारण हो सकते हैं-
सर्दियों में शिशु की आँखों में सूजन का कारण
जन्म के समय शिशु की आँख में सामान्य सूजन होती है जो समय के साथ धीरे-धीरे कम होती है। सर्दियों के प्रभाव से शिशु की आँखे लालिमायुक्त और सूज जाती है जिससे शिशु असहज हो जाता है। ठण्ड से बचाने के लिए शिशु को रोज नहलाया नहीं जाता है जिससे गन्दगी के कारण आँखों में संक्रमण होता है। ब्लॉक टियर डक्ट्स भी इसका कारण हो सकता है ब्लॉक टियर डक्ट्स एक प्रकार का बैक्टीरियल संक्रमण है। किसी चीज से एलर्जी भी शिशु की आँखों में संक्रमण का कारण हो सकती है। कम तापमान के कारण भी शिशु की आँखे संक्रमित हो जाती है।
शिशु की आँखों में सूजन के प्रकार
यदि शिशु की आँखे खुल पा रही हैं और सूजन सिर्फ आँखों की पलकों में है तो यह सामान्य सूजन है। यदि पलकों के आस-पास भी सूजन है और आँखे खुल पा रहीं हैं तो यह सामान्य से ज्यादा है। अगर आँखों के आस-पास की त्वचा में सूजन हैं और आँखें नहीं खुल पा रहीं हैं तो यह गंभीर है इसके लिए आप डॉक्टर की सलाह लें।
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घरेलू उपचार
कुछ आसान घरेलू उपायों से शिशु की आँखों की सूजन को कम किया जा सकता है। इन उपायों को आँखों की सूजन का स्तर देखकर ही अपनाएं।
गुनगुने पानी की सिकाई
तेज गुनगुने पानी में एक साफ़ कॉटन बॉल या सूती कपड़ा भिगोएं और इसको निचोड़ कर शिशु की आँखों की सिकाई करें। इससे आँखों की सूजन से राहत मिलेगी और लालिमा कम होगी। ऐसा दिन में दो से तीन बार करें।
आँखों की सफाई
शिशु की आँखों की नियमित सफाई करें। शिशु का चेहरा और आँखों के किनारे के हिस्से और नाक के किनारे के हिस्से की रोजाना गुनगुने पानी से सफाई जरुरी है। इससे शिशु की आँखे सामान्य संक्रमण से बची रहेंगी।
साफ़ बिस्तर
शिशु के बिस्तर की सफाई का विशेष ध्यान रखें, इससे बैक्टीरियल इंफेक्शन कम होगा। साफ़ बिस्तर से शिशु को किसी प्रकार की एलर्जी नहीं होगी। प्रतिदिन शिशु की बेडशीट बदलना भी आँखों के संक्रमण से बचाव करने में सहायक है।
ग्रीन टी
यदि शिशु की उम्र एक साल से ज्यादा है तो ग्रीन-टी बैग को गुनगुने पानी में भिगोकर शिशु की आँखों पर रखें। ध्यान रहे टी-बैग आँखों के ऊपर रखें, आँखों के अंदरूनी हिस्से में इसका इस्तेमाल आँखों को नुकसान पहुंचा सकता है।
एंटी वॉयरल ड्राप
एंटी वॉयरल ड्राप आँखों की सूजन कम करने में सहायक है यह सामान्य संक्रमण को कम करता है।
एंटी बायोटिक आईड्रॉप
अगर शिशु की उम्र एक वर्ष से ज्यादा है तो डॉक्टरके परामर्श से एंटी बायोटिक आई ड्राप का इस्तेमाल करना फायदेमंद हो सकता है। एनसीबीआइ की रिसर्च के मुताबिक यह बच्चों की आँखों के लिए सुरक्षित है।
डॉक्टर की सलाह लें
अगर आँखों में सूजन सामान्य संक्रमण है तो इन घरेलू उपचारों से एक-दो दिन में कम हो जाएगी, यदि घरेलू उपायों से शिशु की आँखों की सूजन कम नहीं हो रही है तो डॉक्टर की सलाह लें।