नयी दिल्ली। अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) उम्मीद कर रहा है कि आईएसएल (इंडियन सुपर लीग) क्लब आगामी एशियाई खेलों के लिए पंजीकृत 50 खिलाड़ियों में से किन्हीं 22 खिलाड़ियों को रिलीज कर देंगे, जिससे पुरुष टीम का महाद्वीपीय प्रतियोगिता में भाग लेने का मार्ग प्रशस्त हो जाएगा।
अधिकांश क्लब खेल मंत्रालय द्वारा जारी भारतीय टीम के 22 खिलाड़ियों को रिलीज करने के इच्छुक नहीं है क्योंकि एशियाई खेलों की फुटबॉल प्रतियोगिता का कार्यक्रम आईएसएल के साथ टकरा रहा है।
आईएसएल का आगाज 21 सितंबर से होगा।
महासंघ ने सुनील छेत्री, संदेश झिंगन और गुरप्रीत सिंह संधू जैसे स्टार खिलाड़ियों के टीम के साथ चीन के हांगझोउ की यात्रा की संभावना से भी इनकार नहीं किया है।
एशियाई खेलों का आयोजन 23 सितंबर से आठ अक्टूबर तक होगा। फुटबॉल के मुकाबले 19 सितंबर से सात अक्टूबर तक खेले जायेंगे।
एआईएफएफ के एक शीर्ष अधिकारी ने पीटीआई से कहा, ‘‘ एआईएफएफ इन खेलों में सबसे मजबूत राष्ट्रीय टीम भेजने के लिए क्लबों को मनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है।’’
महासंघ के एक सूत्र ने कहा, ‘‘एआईएफएफ अब बातचीत कर रहा है लेकिन अभी तक कोई स्पष्टता नहीं है। छेत्री, झिंगन और गुरप्रीत को अभी तक बाहर नहीं किया गया है। यह क्लबों पर निर्भर है कि वे इन खिलाड़ियों को रिलीज करते हैं या नहीं। हमने 50 खिलाड़ियों की सूची बनाई है उसमें से कोई भी 22 खिलाड़ी रिलीज होने चाहिये।
बेंगलुरु एफसी, एफसी गोवा और मोहन बागान सुपर जाइंट्स उन क्लबों में से हैं जो खेलों के लिए अपने खिलाड़ियों को रिलीज करने को तैयार नहीं हैं।
एशियाई खेलों के लिए क्लबों द्वारा कुछ भारतीय खिलाड़ियों को रिलीज करने पर संदेह के बीच इस महीने की शुरुआत में इंडियन सुपर लीग कार्यक्रम की घोषणा की गई थी।
एशियाई खेलों के लिए 22 सदस्यीय भारतीय पुरुष टीम में सभी सदस्य आईएसएल क्लबों के खिलाड़ी हैं। टीम में नामित 22 खिलाड़ियों में से छह बेंगलुरु एफसी , तीन मुंबई सिटी एफसी से हैं, जबकि एफसी गोवा, मोहन बागान, ईस्ट बंगाल, ओडिशा एफसी, केरल ब्लास्टर्स के दो-दो खिलाड़ी हैं। पंजाब एफसी, चेन्नइयिन एफसी और हैदराबाद एफसी का एक-एक खिलाड़ी भारतीय टीम में शामिल है।
एआईएफएफ ने ‘राष्ट्रीय हित को ध्यान में रखते हुए’ एशियाई खेलों के लिए चुने गए अपने खिलाड़ियों को रिलीज करने के लिए सभी 10 आईएसएल क्लबों को लिखा था।
भारतीय ओलंपिक संघ ने पहले फुटबॉल टीम को इन खेलों में नहीं भेजने का फैसला किया था लेकिन एआईएफएफ ने खेल मंत्रालय से पुरुष और महिला टीमों को इस प्रतिष्ठित आयोजन में भाग लेने की अनुमति देने की अपील की। पुरुष सीनियर टीम के मुख्य कोच इगोर स्टिमक ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप की मांग की थी।