एशियाई चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता आशु ने रविवार को यहां जगरेब ओपन रैंकिंग सीरीज के समापन के दिन ग्रीको रोमन वर्ग में भारत के लिए 67 किग्रा में कांस्य पदक जीता।
इस 23 साल के पहलवान ने लिथुआनिया के एडोमास ग्रिगलियुनास को 5-0 से हराकर भारत की तालिका में दूसरा कांस्य जोड़ा। फ्रीस्टाइल वर्ग में अंडर-23 विश्व चैंपियन पहलवान अमन सहरावत ने प्रतियोगिता के शुरुआती दिन पुरुषों की 57 किग्रा में कांस्य जीता था।
आशु को क्वालीफिकेशन दौर में ईरान के रेजा महदी अब्बासी ने 9-0 से हराया था उन्होंने रेपेशाज दौर में शानदार प्रदर्शन किया।
उन्होंने हंगरी के एडम फोइलेक को 8-0 से हराने के बाद नॉर्वे के हावर्ड जोर्जेंसन को 9-0 से पटखनी देकर कांस्य पदक दौर में अपनी जगह पक्की की।
भारतीय पहलवान ने पहले पीरियड में तीन और दूसरे पीरियड में दो अंक जुटाए जिसके बाद सभी जज ने उन्हें ‘विन बाई डिसिजन’ घोषित किया।
ग्रीको-रोमन वर्ग में हालांकि सागर (63 किग्रा) को रेपेशाज दौर में ऑस्ट्रिया के अकेर सस्मिड अल ओबैदी ये हार का सामना करना पड़ा। उन्हें यह मौका क्वार्टर फाइनल के प्रतिद्वंद्वी ईरान के आरीफ हुसैन खौन मोहम्मदी के फाइनल में पहुंचने पर मिला था।
रविवार को हुए अन्य मुकाबलों में महिलाओं के 53 किग्रा भार वर्ग के क्वार्टर फाइनल में एशियाई चैम्पियनशिप की कांस्य पदक विजेता सुषमा शौकीन को हार का सामना करना पड़ा। उन्हें बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों की रजत पदक विजेता कनाडा की सामंथा स्टीवर्ट ने शिकस्त दी।
भारत के लिए निराशा का दौर महिलाओं के 72 किग्रा में भी जारी रहा। पहलवान रीतिका राउंड रॉबिन प्रारूप के माध्यम से सेमीफाइनल में जगह नहीं बना सकी जबकि किरण (76 किग्रा) भी आगे बढ़ने में असफल रही।
ग्रीको-रोमन पहलवान मनजीत (55 किग्रा), ज्ञानेंद्र (60 किग्रा), अंकित गुलिया (72 किग्रा) और नरिंदर चीमा (97 किग्रा) भी इस स्पर्धा से खाली हाथ लौटे। ये सभी अपने-अपने भार वर्ग में पदक चरण के लिए क्वालीफाई करने में असफल रहे।