शीर्ष वरीय भारतीय ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानानंदा और उनकी हमवतन पीवी नंधिधा ने बृहस्पतिवार को यहां एशियाई महाद्वीपीय शतरंज टूर्नामेंट में क्रमश: ओपन और महिला वर्ग के खिताब जीते।
प्रज्ञानानंदा नौवें और अंतिम दौर में हमवतन बी अधिबान से 63 चाल में ड्रॉ खेलकर सात अंक के साथ शीर्ष रहे।
चेन्नई के 17 साल के प्रज्ञानानंदा ने अंतिम दौर से पहले अन्य खिलाड़ियों पर आधे अंक की बढ़त बना रखी थी।
उन्होंने अंतिम दौर में अनुभवी अधिबान से ड्रॉ खेलकर खिताब अपने नाम किया।
इस जीत के साथ प्रज्ञानानंदा ने अगले फिडे विश्व कप मे भी जगह बना ली।
अंतिम दौर में एसएल नारायणन, हर्ष भारतकोटि, कार्तिक वेंकटरमन और एस वोखिदोव के पास अंतिम दौर में खिताब जीतने का मौका था लेकिन अपनी अपनी बाजी ड्रॉ खेलकर ये इस मौके से चूक गए।
नारायणन और वोखिदोव की बाजी ड्रॉ रही। हर्ष और वेंकटरमन को भी अंक बांटने को मजबूर होना पड़ा।
ग्रैंडमास्टर एसपी सेतुरमन ने 41 चाल में अंतरराष्ट्रीय मास्टर कोस्तव चटर्जी को हराकर पांच अन्य खिलाड़ियों के समान 6.5 अंक हासिल किए।
हर्ष ने बेहतर टाईब्रेक स्कोर के कारण दूसरा स्थान हासिल किया जबकि अधिबान तीसरे स्थान पर रहे।
नारायणन, वोखिदोव, सेतुरमन और वेंकटरमन ने क्रमश: चौथे से सातवां स्थान हासिल किया।
महिला वर्ग में महिला ग्रैंडमास्टर नंधिधा ने नौवें दौर में दिव्या देशमुख से ड्रॉ खेलकर 7.5 अंक के साथ खिताब अपने नाम किया।
तमिलनाडु की यह खिलाड़ी नौ दौर में अजेय रही और इस दौरान छह बाजी जीती।
प्रियंका नुटक्की, दिव्या और वियतनाम की थी किम फुंग ने समान 6.5 अंक हासिल किए। प्रियंका ने बेहतर टाईब्रेक स्कोर के आधार पर दूसरा स्थान हासिल किया जबकि दिव्या तीसरे सथान पर रहीं। थी किम चौथे पायदान पर रहीं।