हाल में कजाखस्तान में एशियाई इंडोर चैम्पियनशिप में रजत पदक जीतने वाले त्रिकूद एथलीट प्रवीण चित्रवेल को अपने क्यूबाई कोच योआंद्री बेटांजोस के त्रिकूद ट्रेनिंग के तरीकों से काफी फायदा हुआ जो मौखिक निर्देशों के बजाय वास्तव में कूद लगाकर अपने शिष्यों को सिखाते हैं।
चित्रवेल दो बार के विश्व चैम्पियनशिप रजत पदक विजेता बेटांजोस से अक्टूबर-नवंबर 2021 से कर्नाटक के बेल्लारी में इंस्पायर इंस्टीट्यूट ऑफ स्पोर्ट (आईआईएस) में ट्रेनिंग ले रहेहैं और तब से वह नयी ऊंचाईयों को छूर रहे हैं।
वह पिछले साल राष्ट्रीय अंतरराज्यीय चैम्पियनशिप में 17.18 मीटर की कूद से 17 मीटर के क्लब में शामिल हुए।
चित्रवेल ने ‘वर्चुअल’ बातचीत में कहा, ‘‘मेरे पहले के कोच तकनीक और कूदने के तरीके के बारे में मौखिक निर्देश देते थे, लेकिन बेटांजोस अलग हैं। वह भी मेरे साथ कूदते हैं और मैं उनकी कूद से तकनीक सीख सकता हूं। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह एक ‘लाइव’ प्रदर्शन की तरह है क्योंकि वह सीधे अपनी छलांग के माध्यम से (तकनीक) ट्रेनिंग देते हैं। मैं उनकी कूद देखता हूं और तकनीक से सीखता हूं। इससे बहुत मदद मिलती है क्योंकि मैं अपनी आंखों से देख कर तकनीक लागू कर सकता हूं। मैं अपनी कमजोरियों में सुधार कर सकता हूं। ’’
बेटांजोस ने 2015 में संन्यास ले लिया था, वह महज 41 साल के हैं। त्रिकूद में उनका व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 17.65 मीटर है।
चित्रवेल ने 10 फरवरी को अस्ताना में 16.98 मीटर की छलांग लगाकर रजत पदक जीतने के साथ राष्ट्रीय इंडोर रिकॉर्ड अपने नाम किया। इस प्रदर्शन से उन्होंने अमरजीत सिंह के 16.26 मीटर के पूर्व रिकॉर्ड को बेहतर किया।
चित्रवेल ने कहा, ‘‘एशियाई इंडोर चैम्पियनशिप हमारे कार्यक्रम में शामिल नहीं थी, लेकिन करीब 20 दिन पहले फैसला किया कि मैं इसमें हिस्सा लूंगा। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस साल मेरा लक्ष्य विश्व चैम्पियनशिप में अच्छा प्रदर्शन करना और एशियाई खेलों में पदक जीतना है। इसलिए सोचा कि कुछ शीर्ष एशियाई खिलाड़ियों के साथ प्रतिस्पर्धा करने का अनुभव हमारे लिए फायदेमंद होगा क्योंकि मैं एशियाई खेलों में हिस्सा लूंगा।