अहमदाबाद। युवा सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल की परिपक्वता से भरी शतकीय पारी और विराट कोहली के नाबाद अर्धशतक की मदद से भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे और अंतिम टेस्ट क्रिकेट मैच के तीसरे दिन शनिवार को यहां अपनी पहली पारी में तीन विकेट पर 289 रन बनाए।
सभी प्रारूपों में बेहतरीन फॉर्म में चल रहे गिल ने अंतिम एकादश में केएल राहुल पर प्राथमिकता दिए जाने को सही साबित करते हुए 235 गेंदों पर 128 रन बनाए जिसमें 12 चौके और एक छक्का शामिल है। यह उनका टेस्ट क्रिकेट में दूसरा शतक और सर्वोच्च स्कोर है।
गिल ने कप्तान रोहित शर्मा (58 गेंदों पर 35 रन) के साथ पहले विकेट के लिए 74, चेतेश्वर पुजारा (121 गेंदों पर 42 रन) के साथ दूसरे विकेट के लिए 113 रन और विराट कोहली (128 गेंदों पर नाबाद 59 रन) के साथ तीसरे विकेट के लिए 58 रन की साझेदारी की।
भारत अभी ऑस्ट्रेलिया से 191 रन पीछे है जिसने अपनी पहली पारी में 480 रन बनाए थे। कोहली के साथ दूसरे छोर पर रविंद्र जडेजा खड़े हैं जिन्होंने 54 गेंदों पर 16 रन बनाए हैं। इन दोनों ने अब तक 20 से अधिक ओवरों में 44 रन जोड़े हैं।
भारत ने पहले सत्र में 93 रन जोड़े लेकिन दूसरे सत्र में उसने केवल 59 रन बनाए क्योंकि गेंद पुरानी होने के साथ उस पर स्ट्रोक खेलना मुश्किल हो रहा है। यही वजह है कि आस्ट्रेलिया ने 94 ओवर के बाद नई गेंद ली। भारत ने तीसरे सत्र में 101 रन बनाए लेकिन दिन के अंतिम घंटे में उसने बेहद धीमी बल्लेबाजी की।
गिल को ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को खेलने में किसी तरह की परेशानी नहीं हुई। वह 70 रन के पार पहुंचने के बाद जरूर कुछ समय के लिए धीमे पड़ गए थे लेकिन जल्द ही वह अपने नैसर्गिक अंदाज में खेलने लग गए।
उन्होंने पहले नाथन लियोन पर उनके सिर के ऊपर से चौका जड़ा और फिर पैडल स्कूप से अपना शतक पूरा किया।
भारत ने सुबह बिना किसी नुकसान के 36 रन से आगे खेलना शुरू किया और पहले सत्र में रोहित का विकेट खोया जिन्होंने बल्लेबाजी के लिए अनुकूल पिच पर बड़ा स्कोर बनाने का सुनहरा मौका गंवाया। उन्हें बाएं हाथ के स्पिनर मैथ्यू कुहेनमन ने आउट किया।
रोहित अच्छे प्रवाह में बल्लेबाजी कर रहे थे और उन्होंने मिशेल स्टार्क पर पुल करके छक्का भी लगाया था।
वह कुहेनमन की जिस गेंद पर आउट हुए वह विकेट लेने वाली गेंद नहीं थी। यह शॉर्ट पिच गेंद थी जिसे रोहित मैदान के किसी भी भाग में खेल सकते थे लेकिन उन्होंने इसे बैकफुट पर जाकर खेला और शार्ट एक्स्ट्रा कवर पर खड़े मार्नस लाबुशेन को कैच दे दिया।
पुजारा भी बड़ी पारी खेलने की स्थिति में दिख रहे थे लेकिन वह फिर से अच्छी शुरुआत का फायदा नहीं उठा पाए।
चाय के विश्राम से ठीक पहले टॉड मरफी ने उन्हें पगबाधा आउट करके ऑस्ट्रेलिया को दूसरी सफलता दिलाई। पुजारा ने डीआरएस का सहारा भी लिया लेकिन यह भी उनके काम नहीं आया।
गिल ने चाय के विश्राम के बाद अपना चला सर्वश्रेष्ठ स्कोर (110 रन) को पीछे छोड़ा लेकिन इसके बाद वह पांव में ऐठन से भी परेशान रहे। ऐसे में लियोन की नीची रहती गेंद बैकफुट पर उनके पैड से टकराई और पगबाधा की अपील पर अंपायर ने तुरंत उंगली उठा दी। गिल ने इसके बावजूद तीसरे अंपायर का सहारा लिया लेकिन उन्होंने भी पुजारा की तरह रिव्यू बर्बाद ही किया।
ऑस्ट्रेलिया ने भी दो रिव्यू बेकार गंवाए। इनमें से रविंद्र जडेजा के खिलाफ मरफी की पगबाधा की अपील पर साफ लग रहा था कि गेंद ने पैड पर टकराने से पहले बल्ले का किनारा लिया है।
कोहली ने स्टार्क पर दो दर्शनीय चौके लगाए लेकिन पुरानी गेंद से स्पिनरों का सामना करते हुए उन्होंने भी रक्षात्मक रवैया अपनाया। कोहली ने 107 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया।