ऑस्ट्रेलिया ने शनिवार को यहां पेनल्टी शूटआउट में फ्रांस को हराकर पहली बार महिला विश्वकप फुटबॉल प्रतियोगिता के सेमीफाइनल में प्रवेश किया।
दोनों टीमें निर्धारित समय और अतिरिक्त समय तक गोल रहित बराबरी पर थी जिसके बाद पेनल्टी शूटआउट का सहारा लिया गया।
कॉर्टनी वाइन ने दसवीं पेनल्टी को गोल में बदलकर ऑस्ट्रेलिया को क्वार्टर फाइनल के इस रोमांचक मैच में शूटआउट में 7-6 से जीत दिलाई।
ऑस्ट्रेलिया शूटआउट में दो बार जीत दर्ज करने से चूक गया था लेकिन आखिर में वह मेजबान देश के साथ जुड़े मिथक को तोड़ने में सफल रहा। अमेरिका के बाद आस्ट्रेलिया केवल दूसरी मेजबान टीम है जो महिला विश्वकप में क्वार्टर फाइनल से आगे बढ़ने में सफल रही।
ऑस्ट्रेलिया बुधवार को सिडनी में होने वाले सेमीफाइनल में इंग्लैंड और कोलंबिया के बीच होने वाले क्वार्टर फाइनल मैच के विजेता से भिड़ेगा।
ऑस्ट्रेलिया की जीत की नायिका गोलकीपर मैकेंज़ी अर्नोल्ड रही जिन्होंने अतिरिक्त समय और उसके बाद शूटआउट में शानदार बचाव किए। शूटआउट में हालांकि वह भी पेनल्टी लेने आई थी लेकिन गोल करने में नाकाम रही। मैकेंजी अगर गोल कर लेती तो ऑस्ट्रेलिया को उसी समय जीत मिल जाती।
दोनों टीम को निर्धारित समय में गोल करने के मौके मिले।
ऑस्ट्रेलिया की तरफ से पहली बार सैम केर ने भी जीवंत उपस्थिति दर्ज कराई लेकिन कोई भी टीम गोल नहीं कर सकी।
फ्रांस की टीम अतिरिक्त समय में तब जश्न मनाने लग गई थी जब ऑस्ट्रेलियाई डिफेंडर अलाना कैनेडी ने हेडर से आत्मघाती गोल कर दिया था लेकिन रेफरी मारिया कार्वाजल ने तुरंत इसे अमान्य घोषित कर दिया। रेफरी ने बताया कि फ्रांस की कप्तान वेंडी रेनार्ड ने पेनल्टी एरिया मेंऑस्ट्रेलियाई फॉरवर्ड कैटलिन फोर्ड की जर्सी खींची थी।