सलामी बल्लेबाज बेथ मूनी के अर्धशतक के बाद गेंदबाजों के उम्दा प्रदर्शन से ऑस्ट्रेलिया ने रविवार को यहां आईसीसी महिला टी20 विश्व कप के फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को 19 रन से हराकर लगातार तीसरी और कुल छठी बार खिताब जीता।
ऑस्ट्रेलिया के अलावा कोई और टीम एक से अधिक बार यह खिताब नहीं जीत पाई है।
ऑस्ट्रेलिया ने मूनी की 53 गेंद में नौ चौकों और एक छक्के से नाबाद 74 रन की पारी के अलावा उनकी एलिसा हीली (18) के साथ पहले विकेट की 36 और एशलेग गार्डनर (29) के साथ दूसरे विकेट की 46 रन की साझेदारी से छह विकेट पर 156 रन बनाए।
इसके जवाब में दक्षिण अफ्रीका की टीम सलामी बल्लेबाज लॉरा वोलवार्ट (48 गेंद में 61 रन, पांच चौके, तीन छक्के) के अर्धशतक के बावजूद छह विकेट पर 137 रन ही बना सकी।
वोलवार्ट के अलावा दक्षिण अफ्रीका की ओर से क्लो ट्रायोन (25) ही 20 रन के आंकड़े को पार कर पाईं। दोनों ने चौथे विकेट के लिए 55 रन भी जोड़े।
लगातार सातवीं बार फाइनल में खेल रहे ऑस्ट्रेलिया की ओर से एशलेग (चार ओवर में 20 रन पर एक विकेट), मेगान शुट (चार ओवर में 23 रन पर एक विकेट) और डार्सी ब्राउन (चार ओवर में 25 रन पर एक विकेट) ने किफायती गेंदबाजी करते हुए एक-एक विकेट चटकाया।
पहली बार टी20 विश्व कप के फाइनल में खेल रही दक्षिण अफ्रीका की टीम ने लक्ष्य का पीछा करते हुए पांचवें ओवर में ही ताजमिन ब्रिट्स का विकेट गंवा दिया जो 17 गेंद में 10 रन बनाने के बाद ब्राउन की गेंद पर ताहलिया मैकग्रा को कैच दे बैठीं।
मेजबान टीम पावर प्ले में एक विकेट पर 22 रन ही बना सकी। वोलवार्ट ने इसके बाद मोर्चा संभालते हुए ब्राउन पर चौका और जेस जोनासेन पर छक्का मारा।
मारिजेन कैप हालांकि एशलेग की गेंद पर शॉर्ट थर्ड मैन पर ब्राउन को आसान कैच दे बैठीं।
उन्होंने 11 रन बनाए।
वोलवार्ट ने जॉर्जिया वेयरहैम पर चौके के साथ 10वें ओवर में टीम के रनों का अर्धशतक पूरा किया लेकिन कप्तान सुने लुस दो रन बनाकर रन आउट हो गई जिससे टीम का स्कोर तीन विकेट पर 54 रन हो गया।
ऑस्ट्रेलिया की गेंदबाजों ने लगातार दक्षिण अफ्रीका की बल्लेबाजों पर दबाव बनाकर रखा।
वोलवार्ट और ट्रायोन ने रन गति बढ़ाने का प्रयास किया। वोलवार्ट ने ताहलिया मैकग्रा और वेयरहैम पर छक्के जड़े जबकि ट्रायोन ने भी वेयरहैम की गेंद को बाउंड्री के दर्शन कराए।
वोलवार्ट ने ब्राउन की गेंद पर चौके के साथ 43 गेंद में अर्धशतक पूरा किया।
दक्षिण अफ्रीका को अंतिम पांच ओवर में जीत के लिए 59 रन की दरकार थी।
एशलेग के 16वें ओवर में सिर्फ छह रन बने। ट्रायोन ने अगले ओवर में मेगान शुट पर चौका जड़ा लेकिन इस तेज गेंदबाज ने वोलवार्ट को पगबाधा करके मेजबान टीम को बड़ा झटका दिया।
ट्रायोन ने जोनासेन पर छक्का जड़ा लेकिन बाएं हाथ की इस स्पिनर की सीधी गेंद को चूककर बोल्ड हो गईं जिससे मेजबान टीम की जीत की रही सही उम्मीद भी टूट गई। एनेके बोश (01) भी इसी ओवर में रन आउट हो गईं।
टीम को अंतिम दो ओवर में 35 रन की जरूरत थी। शुट के 19वें ओवर में आठ जबकि एशलेग के अंतिम ओवर में सिर्फ सात रन बने जिससे ऑस्ट्रेलिया ने जीत सुनिश्चित की।
इससे पहले ऑस्ट्रेलिया की कप्तान मेग लेनिंग ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। एलिसा और मूनी की जोड़ी ने टीम को सतर्क शुरुआत दिलाई।
मूनी ने धीमी शुरुआत की लेकिन एलिसा लय में दिखी।
उन्होंने नोनकुलुलेको मलाबा की दूसरी ही गेंद पर चौके से खाता खोला और फिर इस्माइल और कैप पर भी चौके मारे।
एलिसा हालांकि कैप की उछाल लेती गेंद को कवर्स में नेदिन डि क्लर्क के हाथों में खेल बैठीं।
मूनी और एशलेग ने इसके बाद पारी को आगे बढ़ाया। एशलेग ने मलाबा पर लगातार दो चौकों के साथ आठवें ओवर में टीम का स्कोर 50 रन के पार पहुंचाया। उन्होंने डि क्लर्क पर भी लगातार दो छक्के मारे लेकिन क्लो ट्रायोन की गेंद पर सुने लुस को कैच दे बैठीं। उन्होंने 21 गेंद का सामना करते हुए दो चौके और दो छक्के मारे।
मूनी ने एक छोर संभाले रखा और बीच-बीच में कुछ आकर्षक शॉट खेले। उन्होंने डि क्लर्क पर लगातार दो चौके मारे।
ग्रेस हैरिस (10) ने ट्रायोन पर चौके के साथ 14वें ओवर में ऑस्ट्रेलिया के रनों का शतक पूरा किया लेकिन अगले ओवर में मलाबा ने उन्हें बोल्ड कर दिया।
ऑस्ट्रेलिया को अंतिम ओवरों में रन गति में इजाफा करने के लिए जूझना पड़ा। लेनिंग 11 गेंद में 10 रन बनाने के बाद कैप की गेंद पर ट्रायोन को कैच दे बैठीं।
मूनी ने कैप पर चौके साथ 44 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने अंतिम ओवर में इस्माइल की लगातार गेंदों पर छक्का और चौका जड़ा। इस्माइल ने एलिस पैरी (07) और जॉर्जिया वेयरहैम (00) को लगातार गेंदों पर आउट किया।
इस्माइल ने 26 जबकि कैप ने 35 रन देकर दो-दो विकेट चटकाए।