विश्व टेस्ट चैंपियनशिप 2023 में भारतीय टीम को 209 रनों से ऑस्ट्रेलिया की दमदार टीम ने मात दे दी है। भारतीय बल्लेबाज टेस्ट मुकाबले के अंतिम दिन आधे दिन भी मैच में नहीं टिक सके। इस जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया पहली टीम बन गई है जिसके पास आईसीसी के सभी टूर्नामेंट जीतकर ट्रॉफी कब्जे में करने की उपलब्धि है। इस जीत के साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने इतिहास रच दिया है।
लगातार दो बार विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेलने वाली भारतीय टीम इस मुकाबले के अंतिम दिन अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकी। भारतीय टीम 10 वर्षों से आईसीसी की किसी ट्रॉफी पर कब्जा नहीं कर सकी है। वहीं इस हार के साथ भारत का सूखा और अधिक समय के लिए बढ़ गया है। ऑस्ट्रेलिया की टीम ने लंदन के ओवल मैदान में फाइनल मुकाबला जीतकर इतिहास रच दिया है। ऑस्ट्रेलिया की टीम पहली टीम है जिसने आसीसी वनडे वर्ल्ड कप, टी20 वर्ल्ड कप, चैंपियंस ट्रॉफी और अब विश्व टेस्ट चैंपियनशिप ट्रॉफी भी जीत ली है। आईसीसी की सभी ट्रॉफियों को जीतने वाली ऑस्ट्रेलिया दुनिया की पहली टीम है।
ऐसा रहा मुकाबला
भारत को दूसरी पारी में जीत हासिल करने के लिए 444 रनों का लक्ष्य मिला था, जिसे भारतीय टीम को पांचवे दिन हासिल करना था। वहीं अंतिम दिन टीम को सिर्फ 280 रनों की दरकार थी और भारतीय टीम के पास सात विकेट थे। मगर भारतीय बल्लेबाज काफी सस्ते में निपट गए और ऑस्ट्रेलिया मुकाबला जीतने के साथ टेस्ट चैंपियनशिप भी जीत गई।
ऐसे शुरु हुआ पांचवा दिन
पांचवे दिन का खेल शुरू होने पर भारतीय टीम के लिए क्रीज पर विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे मौजूद थे। दोनों से उम्मीद थी की लंबे समय तक ये क्रीज पर रहे मगर ऐसा हो नहीं सका। विराट कोहली अपना अर्धशतक पूरा करने से एक रन पहले ही आउट हो गए। 47वें ओवर की तीसरी गेंद पर बोलैंड ने उन्हें शिकार बनाया। विराट ने ड्राइव लगाने का प्रयास किया और गेंद बल्ले के बाहरी किनारे से दूसरी स्लिप में मौजूद स्टीव स्मिथ ने शानदार कैच हासिल किया। कोहली ने 78 गेंदों में 7 चौकों की मदद से 49 रन बनाए। विराट और रहाणे के बीच चौथे विकेट के लिए 86 रनों की साझेदारी हुई।
विराट कोहली के बाद अनुभवी ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा भी कमाल नहीं कर सके और पवेलियन लौट गए। दो गेंद खेलकर बिना खाता खोले ही वो पवेलियन लौटे। वो एलेक्स कैरी के हाथों कैच थमा बैठे। इसी के साथ भारत की आधी टीम पवेलियन लौट गई और स्थिति काफी खराब हुई।
हालांकि क्रिज पर अजिंक्य रहाणे मौजूद थे उन्होंने पारी संभालने की कोशिश केएस भरत के साथ मिलकर की। हालांकि उनकी कोशिश लंबी नहीं चल सकी। वो 108 गेंदों में 46 रनों का स्कोर बनाकर आउट हुए। इसके बाद भारतीय टीम अपने आप को संभाल नहीं सकी और भारतीय बल्लेबाज लगातार ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के सामने घुटने टेकते गए।